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Lokesh Pal
October 04, 2025 05:00
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अजय मलिक (2025) मामले में सर्वोच्च न्यायालय ने घरेलू कामगारों के अधिकारों की रक्षा और विनियमन के लिए कानूनी ढाँचे की तत्काल आवश्यकता को रेखांकित किया है।
घरेलू कार्यों को सम्मानजनक, संरक्षित और विधिक मान्यता प्राप्त होनी चाहिए। वैश्विक सर्वोत्तम प्रथाओं, घरेलू कानूनी सुधारों और सामुदायिक स्तर पर प्रवर्तन (आरडब्ल्यूए मॉडल) का संयोजन घरेलू कामगारों के लिए न्याय और सम्मान सुनिश्चित करता है।
मुख्य परीक्षा हेतु अभ्यास प्रश्न:प्रश्न: भारत में घरेलू कामगारों के अधिकारों की रक्षा के लिए पारंपरिक श्रम कानून प्रवर्तन तंत्र अक्सर अप्रभावी होते हैं। इस संदर्भ में, इस कमजोर वर्ग के लिए सामाजिक सुरक्षा और बेहतर कार्य परिस्थितियाँ सुनिश्चित करने हेतु, निवासी कल्याण संघों (RWA) जैसी संस्थाओं का लाभ उठाते हुए समुदाय-आधारित मॉडल की क्षमता का आलोचनात्मक विश्लेषण कीजिए। साथ ही, चर्चा कीजिए कि इस प्रकार के मॉडल को भारत की नई श्रम संहिताओं के ढाँचे में किस प्रकार एकीकृत किया जा सकता है। (250 शब्द, 15 अंक) |
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