100% तक छात्रवृत्ति जीतें

रजिस्टर करें

कुपोषण का प्रभावी समाधान (effective solution to malnutrition)

Samsul Ansari January 30, 2024 06:19 122 0

संदर्भ

इस लेख के द्वारा मानव शरीर में पोषण संबंधी अपर्याप्तता और कुछ शारीरिक विकारों के मध्य दो-तरफा संबंध तथा इस कुपोषण से निपटने के दौरान सामना की जाने वाली चुनौतियों के विषय में चर्चा की गई है।

प्रारंभिक परीक्षा के लिए प्रासंगिकता: एनीमिया, एनीमिया मुक्त भारत और मध्याह्न-भोजन योजना तथा खाद्य सुदृढ़ीकरण के बारे में।मुख्य परीक्षा के लिए प्रासंगिकता: एनीमिया- चुनौतियाँ, संबद्ध सरकारी पहल और आगे की राह।

एनीमिया 

  • कारण: मानव शरीर में होने वाले एनीमिया या रक्त में हीमोग्लोबिन के कमी के प्रमुख कारणों में से एक आयरन की कमी है।
    • परंपरागत आहार पैटर्न में बदलाव, जैसे मौसमी और विविध खाद्य पदार्थों से लेकर प्रसंस्कृत तथा चीनी युक्त विकल्प को अपनाने के कारण यह स्थिति उत्पन्न हो सकती है, जो कैलोरी की दृष्टि से तो समृद्ध होते हैं लेकिन उनमें पोषक तत्त्वों की कमी पाई जाती है।
  • पोषक तत्त्वों की कमियों और विकारों के मध्य अंतर-संबंध: पोषण संबंधी कमियों और कुछ विकारों के मध्य दो-तरफा संबंध पाया गया है-
    • पोषक तत्त्वों की कमी से विकार संभव : आवश्यक सूक्ष्म पोषक तत्त्वों की कमी वाले भोजन के लगातार सेवन से आयरन की कमी हो सकती है, जिससे  एनीमिया और विटामिन ए तथा जिंक की कमी भी हो सकती है जो अंततः प्रतिरक्षा प्रणाली को खराब करता है।
    • विकार द्वारा पोषक तत्त्वों की कमी : सीलिएक रोग (Celiac Disease) और एच. पाइलोरी (H.pylori) या कृमि संक्रमण जैसी स्थितियाँ पाचन तंत्र में व्यवधान पैदा कर सकती हैं, जिसके कारण पोषक तत्त्वों की कमी हो सकती है।
  • चुनौतियाँ: एनीमिया  संबंधी कुपोषण का प्रभाव मुख्य रूप से बच्चों और महिलाओं पर पड़ता है-
    • अंतरपीढ़ीगत प्रभाव: सूक्ष्म पोषक तत्त्वों की कमी के कारण होने वाले कुपोषण का अंतरपीढ़ीगत प्रभाव पड़ता है अर्थात् एनीमिया से पीड़ित माताएँ एनीमिया से पीड़ित बच्चों को जन्म देने का कारण बनती हैं।
    • दक्षिण एशिया : FAO के आँकड़ों के अनुसार, दक्षिण एशिया की लगभग 46% आबादी के पास संतुलित आहार को वहन करने योग्य क्षमता नहीं है।
    • भारत की चिंता: विश्व में खाद्य सुरक्षा और पोषण की स्थिति, 2023 के अनुसार, भारत की लगभग 74% आबादी स्वस्थ आहार प्राप्त करने में सक्षम नहीं है और 39% को पर्याप्त पोषक तत्त्वों नहीं मिल पाते हैं।

संबद्ध सरकारी पहल

  • एनीमिया मुक्त भारत (AMB): इसके तहत आयरन और फॉलिक एसिड (IFA) की गोलियाँ और अन्य रोग-निरोधी उपायों को शामिल कर इससे निपटने का प्रयास किया गया है।
  • मध्याह्न भोजन योजना: यह स्कूली बच्चों के लिए संतुलित भोजन उपलब्ध कराने की योजना है।
    • चिंता: एनीमिया मुक्त भारत और मध्याह्न भोजन योजना दोनों के प्रभावी कार्यान्वयन में कमी संबंधित चुनौतियाँ चिंता का विषय है।
  • फूड फोर्टिफिकेशन: बड़े पैमाने पर सही समय पर फूड फोर्टिफिकेशन (LSFF) जैसे हालिया सरकारी हस्तक्षेप के द्वारा स्थिति में सुधार की कोशिश की जा रही है। हालाँकि फूड फोर्टिफिकेशन (चावल, दूध, नमक, आटा जैसे खाद्य पदार्थों में महत्त्वपूर्ण पोषक तत्त्वों यथा विटामिन A, D,लौह आयरन जिंक आदि को मिलाना) को एक आदर्श निवारक उपाय के रूप में नहीं लिया जा सकता है, लेकिन इसके समाधान की दिशा में इसे एक महत्त्वपूर्ण पहला कदम जरूर माना जा सकता है।
    • अंगीकरण: पूर्व में भारत द्वारा वर्ष 1992 में राष्ट्रीय आयोडीन अल्पता विकार नियंत्रण कार्यक्रम के तहत आयोडीन युक्त नमक को अपनाया गया था। अब, भारत के  फूड फोर्टिफिकेशन कार्यक्रम में गेहूँ का आटा, चावल, खाद्य तेल और नमक जैसे मुख्य खाद्य पदार्थों में सूक्ष्म पोषक तत्त्व शामिल करना है।
    • चिंता: कई देशों द्वारा कई वर्षों पूर्व ही यूनिवर्सल फूड फोर्टिफिकेशन को अपनाया जा चुका है एवं इसे देखते हुए लगता है कि भारत इस प्रयास में पीछे रह गयाI

आगे की राह

  • संतुलित आहार की आवश्यकता: संतुलित आहार को वहनीय तथा सभी तक तक पहुँच पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है।
  • सामुदायिक जागरूकता: जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए कई जागरूकता संबंधी रणनीतियों को अपनाया जा सकता है, जिसमें सामुदायिक रेडियो, वीडियो और घर-घर तक पहुँच जैसे संचार चैनलों का उपयोग करना शामिल है।
  • गलत धारणाएँ दूर कर विश्वास निर्माण : स्थानीय भाषाओं में संदेश प्रेषित कर यह सुनिश्चित किया जाता है कि जो जानकारी दी जा रही है वो आसानी से समझ में आ जाए, जिससे गलत धारणाओं को दूर करने और विश्वास बहाली में भी मदद मिलती है।
  • जागरूक और जिम्मेदार नागरिक: लोगों को यह समझने की जरूरत है कि प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों की खपत को कम करना बेहतर स्वास्थ्य परिणाम सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण कदम है।
  • बड़े पैमाने पर खाद्य सुदृढ़ीकरण (LSFF) का प्रयोग : LSFF को जब सूक्ष्म पोषक तत्त्व पूरक कार्यक्रमों, आहार विविधता को बढ़ावा देने और खाद्य-व्यवहार संबंधी परिवर्तन को प्रेरित करने के उपायों के साथ संरेखित किया जाता है, तो मौजूदा पहल की प्रभावकारिता में सुधार की अपार संभावनाएँ उत्पन्न होती हैं।
  • फोर्टिफाइड खाद्य पदार्थों के लिए जागरूकता अभियान: लक्षित लाभार्थियों के बीच फोर्टिफाइड खाद्य पदार्थों की स्वीकृति के लिए जागरूकता फैलाना महत्त्वपूर्ण है।
  • फोर्टिफाइड खाद्य पदार्थों से संबंधित चिंताओं का समाधान : ऐसे फोर्टिफाइड खाद्य पदार्थों के  विषय में लोगों के मध्य व्याप्त गलत अवधारणाओं से संबंधित चिंताओं के निवारण हेतु  एक गहन सूचना, शिक्षा और संचार (IEC) अभियान की आवश्यकता है।

निष्कर्ष

देश पर कुपोषण का बोझ जटिल है और इसे कुछ हस्तक्षेपों के माध्यम से संबोधित करने की आवश्यकता है। इसके लिए न केवल व्यक्तिगत और सामुदायिक स्तर पर स्वस्थ आहार अभ्यासों को अपनाने की जरूरत  है, बल्कि राज्य द्वारा LSFF जैसी रणनीतियों को बढ़ावा देने की भी आवश्यकता है।

News Source: The Indian Expres

Final Result – CIVIL SERVICES EXAMINATION, 2023. PWOnlyIAS is NOW at three new locations Mukherjee Nagar ,Lucknow and Patna , Explore all centers Download UPSC Mains 2023 Question Papers PDF Free Initiative links -1) Download Prahaar 3.0 for Mains Current Affairs PDF both in English and Hindi 2) Daily Main Answer Writing , 3) Daily Current Affairs , Editorial Analysis and quiz , 4) PDF Downloads UPSC Prelims 2023 Trend Analysis cut-off and answer key

THE MOST
LEARNING PLATFORM

Learn From India's Best Faculty

      

Final Result – CIVIL SERVICES EXAMINATION, 2023. PWOnlyIAS is NOW at three new locations Mukherjee Nagar ,Lucknow and Patna , Explore all centers Download UPSC Mains 2023 Question Papers PDF Free Initiative links -1) Download Prahaar 3.0 for Mains Current Affairs PDF both in English and Hindi 2) Daily Main Answer Writing , 3) Daily Current Affairs , Editorial Analysis and quiz , 4) PDF Downloads UPSC Prelims 2023 Trend Analysis cut-off and answer key

<div class="new-fform">







    </div>

    Subscribe our Newsletter
    Sign up now for our exclusive newsletter and be the first to know about our latest Initiatives, Quality Content, and much more.
    *Promise! We won't spam you.
    Yes! I want to Subscribe.