//php print_r(get_the_ID()); ?>
Lokesh Pal
November 19, 2025 05:15
20
0
भारत ने अक्टूबर माह में अभूतपूर्व वस्तु व्यापार घाटा दर्ज किया, जो उसके बाह्य क्षेत्र में गहरे तनाव का संकेत है।
अक्टूबर का भारी घाटा भले ही एक अस्थायी झटका हो, लेकिन यह सभी अंडों को एक ही टोकरी में रखने के खतरे को रेखांकित करता है। हालाँकि कमज़ोर मुद्रा कुछ हद तक निर्यात को सहारा दे सकती है, लेकिन अत्यधिक अवमूल्यन प्रतिकूल परिणाम दे सकता है।
मुख्य परीक्षा हेतु अभ्यास प्रश्न:प्रश्न: वर्ष 2025 में भारत का रिकॉर्ड वस्तु व्यापार घाटा, एकल निर्यात बाज़ार पर अत्यधिक निर्भरता के जोखिमों को उजागर करता है। चर्चा कीजिए कि अमेरिका पर इस अत्यधिक निर्भरता ने भारत के बाह्य व्यापार में संरचनात्मक कमज़ोरियों को कैसे उजागर किया है। बढ़ते व्यापार घाटे में और कौन से कारक योगदान दे रहे हैं? एक अधिक लचीला और विविधीकृत बाह्य व्यापार पोर्टफोलियो बनाने के लिए सरकारी उपायों और नीतिगत मार्गों का सुझाव दीजिए। (15 अंक, 250 शब्द) |
<div class="new-fform">
</div>

Latest Comments