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Lokesh Pal December 04, 2024 05:00 73 0
शहरी स्थानीय निकायों और पंचायतों के चुनावों में होने वाले विलम्ब (जैसा कि हाल ही में उत्तराखंड में देखा गया है) के कारण राज्य के पंचायती राज विभाग द्वारा प्रशासकों को शासन की निगरानी संबंधी कुछ महत्त्वपूर्ण निर्देश दिए गए है। इससे भारत में स्थानीय निकायों की प्रभावशीलता और स्वायत्तता के संबंध में महत्वपूर्ण प्रश्न उठते हैं ।
अखिल भारतीय राज्य चुनाव आयोग फोरम की भूमिकाअखिल भारतीय राज्य चुनाव आयोग फोरम राज्य चुनाव आयोग के संस्थागत तंत्र को सुदृढ़ करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह इनके लिए एक मंच के रूप में कार्य करता है। जिसके अंतर्गत निम्नलिखित शामिल है :
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भारत में स्थानीय शासन को सुदृढ़ करने के लिए निष्पक्ष और नियमित चुनाव सम्पन्न कराना महत्वपूर्ण हैं। राज्य चुनाव आयोगों (एसईसी) के समक्ष आने वाली चुनौतियों का समाधान करके, स्थानीय निकाय चुनावों की स्वतंत्रता और प्रभावशीलता सुनिश्चित की जा सकती है, जिससे जमीनी स्तर पर सुदृढ़ लोकतांत्रिक कार्यप्रणाली को बढ़ावा मिल सकेगा।
मुख्य परीक्षा पर आधारित प्रश्न:प्रश्न : जमीनी स्तर पर लोकतंत्र को सुदृढ़ करने में राज्य चुनाव आयोगों (एसईसी) की भूमिका का मूल्यांकन करें। स्वतंत्र और प्रभावी कामकाज सुनिश्चित करने में उनके समक्ष आने वाली चुनौतियों पर प्रकाश डालें। (15 अंक, 250 शब्द) |
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