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Lokesh Pal
July 27, 2024 05:00
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हाल ही में, राजकोषीय संघवाद को न्यायिक चर्चा में प्रमुख स्थान मिला है ऐसा अक्सर नहीं होता है इसलिए यह चर्चा का विषय बना हुआ है।
प्रारंभिक परीक्षा के लिए प्रासंगिकता: खान एवं खनिज (विकास एवं विनियमन) अधिनियम, 1957, सातवीं अनुसूची, अनुच्छेद 246, अनुच्छेद 254, आदि। मुख्य परीक्षा के लिए प्रासंगिकता: खनिज अधिकारों पर कर लगाने की राज्यों की क्षमता, राजकोषीय संघवाद की न्यायिक चर्चा के प्रावधान आदि। |
अतः इस मुद्दे की गंभीरता को देखते हुए, सुप्रीम कोर्ट के ऐतिहासिक फैसले से राज्यों को खनिज अधिकारों पर कर लगाने का अधिकार मिलता है, जिससे राजकोषीय संघवाद और राज्य स्वायत्तता बढ़ती है, लेकिन संभावित आर्थिक असंतुलन और शोषण के बारे में चिंताएं भी पैदा होती हैं अतः संतुलित दृष्टिकोण के साथ चिंताओं का निराकरण करना आवश्यक है।
मुख्य परीक्षा पर आधारित प्रश्न:प्रश्न: खनिज अधिकारों पर कर लगाने के राज्यों के अधिकार पर संसदीय प्रतिबंधों के प्रभावों की जाँच करें। साथ ही स्पष्ट करें कि ये सीमाएँ राज्यों की वित्तीय स्वायत्तता को किस प्रकार प्रभावित कर सकती हैं? (15 अंक, 250 शब्द) |
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