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Lokesh Pal
November 01, 2025 05:00
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31 अक्टूबर, 2025 को भारत के राष्ट्रपति सरदार वल्लभभाई पटेल को उनकी 150वीं जयंती पर राष्ट्रपति भवन में पुष्पांजलि अर्पित किया गया।
पटेल भारत की विविधता को एक दिव्य रचना मानते थे, जो अनेक धाराओं को एक राष्ट्र में पिरोती है। एकता और नैतिक शक्ति का उनका दृष्टिकोण भारत की संस्थाओं, नागरिकों और भावनाओं का मार्गदर्शन करता रहता है, तथा सभी को याद दिलाता है कि “जाति और पंथ को भूल जाओ, याद रखो कि तुम भारतीय हो।”
मुख्य परीक्षा हेतु अभ्यास प्रश्न:प्रश्न: “अक्सर यह तर्क दिया जाता है कि नेहरू और पटेल भारत के दो अलग-अलग विचारों का प्रतिनिधित्व करते थे। इस कथन के आलोक में, धर्मनिरपेक्षता, राष्ट्रीय एकता और आर्थिक विकास के मुद्दों पर उनके प्रमुख मतभेदों और अभिसारिताओं का आलोचनात्मक परीक्षण कीजिए।” (15 अंक, 250 शब्द) |
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