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Lokesh Pal
June 19, 2024 05:00
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वर्तमान एनडीए सरकार, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में अपने तीसरे कार्यकाल का शासन संचालित करते हुए आगे बढ़ रही है। इस कार्यकाल के दौरान पाँच भू-राजनीतिक चुनौतियाँ सरकार को विश्व के साथ उसके जुड़ाव को आकार देने के लिए आवश्यक होंगे।
उदाहरण के लिए, अमेरिका और यूरोप के साथ व्यापार और प्रौद्योगिकी संबंध रूस के साथ संबंधों से कहीं अधिक हैं।
निष्कर्षतः इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि भारत को महत्त्वपूर्ण भू-राजनीतिक चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, जिसके लिए भौतिक हितों, घरेलू सुधारों, तकनीकी प्रगति, क्षेत्रीय जुड़ाव और अपने बढ़ते वैश्विक प्रभाव के प्रति संतुलित दृष्टिकोण पर आधारित रणनीतिक निर्णय लेने की आवश्यकता है।
प्रश्न: विकसित हो रहा वैश्विक परिदृश्य भारत के लिए नई चुनौतियाँ और अवसर प्रस्तुत कर रहा है। इस बदलते भू-राजनीतिक संदर्भ में प्रभावी रूप से नेविगेट करने के लिए भारत को अपनी विदेश नीति के दृष्टिकोण को कैसे अनुकूलित करना चाहिए, इसका आलोचनात्मक परिक्षण कीजिए।
(15 अंक, 250 शब्द)
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