//php print_r(get_the_ID()); ?>
Lokesh Pal September 05, 2024 05:30 110 0
हाल ही में, केंद्र और पंजाब सरकार ने किसानों को धान की खेती से कम पानी वाली फसलों की ओर रुख करने के लिए प्रति हेक्टेयर 17,500 रुपये की प्रोत्साहन राशि देने की योजना बनाई है। इस योजना के तहत प्रति लाभार्थी पांच हेक्टेयर तक के किसानों को धान की खेती से कम पानी वाली फसलों की ओर रुख करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। इसका उद्देश्य दालों और खाद्य तेलों जैसी फसलों को प्रोत्साहित करके संसाधनों का संरक्षण और टिकाऊ कृषि को बढ़ावा देना है।
लाभप्रदता अंतर : पंजाब में धान किसानों को 2023-24 में 38,973 रुपये प्रति हेक्टेयर सब्सिडी (बिजली, नहर का पानी, उर्वरक) प्राप्त हुई, जिससे धान वैकल्पिक फसलों की तुलना में कहीं अधिक लाभदायक हो गया।
बाजार गारंटी का अभाव : वैकल्पिक फसलों के लिए कोई गारंटीकृत बाजार उपलब्ध नहीं है, जो किसानों को वैकल्पिक फसलों को अपनाने से हतोत्साहित करता है।
पंजाब और हरियाणा जैसी राज्य सरकारों के बीच केंद्र सरकार एक समन्वित प्रयास के माध्यम से एक सुसंगठित, पुनर्गठित सब्सिडी और बाजार आश्वासन द्वारा समर्थित, किसानों को पानी की अधिक खपत वाले धान से हटाकर अधिक टिकाऊ विकल्पों की ओर प्रभावी रूप से स्थानांतरित कर सकती है। इस प्रयास के दीर्घकालिक लाभों में पर्यावरण संरक्षण, वित्तीय बचत और बढ़ी हुई कृषि स्थिरता शामिल है।
<div class="new-fform">
</div>
Latest Comments