100% तक छात्रवृत्ति जीतें

रजिस्टर करें

विमान हादसों की बढ़ती आवृति : नियामक और एयरलाइंस ढांचे के मुद्दे

Lokesh Pal December 30, 2024 05:15 30 0

संदर्भ:

5 दिसंबर 2024 को गोवा के मोपा हवाई अड्डे पर हुई घटना, जहां एयर इंडिया ए320 ने रनवे के बजाय गलती से टैक्सीवे पर आ गया था। इसके बाद उड़ान रद्द कर दी गई थी। लगातार बढ़ती ऐसी घटनाएं भारतीय विमानन में सख्त निगरानी और बेहतर सुरक्षा प्रोटोकॉल की तत्काल आवश्यकता को उजागर करती है।

टैक्सीवे और रनवे में अंतर 

  • टैक्सीवे एक ऐसा मार्ग है जिसका उपयोग विमान रनवे और हवाई अड्डे के अन्य क्षेत्रों के बीच आवागमन के लिए करते हैं।
  • रनवे के विपरीत, जिसे विशेष रूप से टेकऑफ़ और लैंडिंग के लिए डिज़ाइन किया गया है, टैक्सीवे ज़मीन पर आवागमन के लिए हैं।
  • रनवे को सफ़ेद रंग से चिह्नित किया जाता है जबकि टैक्सीवे को पीले रंग से चिह्नित किया जाता है।

भारत में रनवे भ्रम का लंबा इतिहास

  • भारतीय विमानन क्षेत्र की प्रमुख घटनाएँ: रनवे पर भ्रम भारतीय विमानन कंपनियों के लिए कोई नई समस्या नहीं है। पिछले कुछ वर्षों में कई ऐसी अनेक घटनाएँ घटित हुई हैं:
  • 1993: जेट एयरवेज का बोइंग 737 विमान गलती से कोयंबटूर के पीलामेडु सिविल एयरपोर्ट के बजाय सुलूर एयर बेस पर उतर गया।
  • 2002: जेट एयरवेज का बोइंग 737 विमान गोवा के डाबोलिम एयरपोर्ट पर टैक्सी ट्रैक पर उतर गया था।
  • 2007-2009: स्पाइसजेट और जेटलाइट विमानों के दिल्ली और कोलकाता सहित अन्य एरपोर्ट्स पर रनवे पर उतरने की कई घटनाएँ देखी गई।
  • 2018: एयर इंडिया का एयरबस A320 विमान मालदीव में निर्माणाधीन रनवे पर उतर गया था।
  • 2018: अगस्त 2018 में सऊदी अरब के रियाद में जेट एयरवेज के बोइंग 737 विमान को टैक्सीवे पर अपनी उड़ान रोकनी पड़ी।
  • 2020 और 2023: 2023 में, जेट एयरवेज बोइंग 737 को रियाद हवाई अड्डे पर टेकऑफ़ रोकना पड़ा, और 2020 में, स्पाइसजेट बोइंग 737 ने गुवाहाटी में रनवे से पहले ही लैंडिंग कर ली।
  • 2024: जनवरी 2014 में, एयर इंडिया बोइंग 787 ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न में गलत हवाई अड्डे पर उतरने ही वाला था, इससे पहले कि हवाई यातायात नियंत्रण ने इसे सही हवाई अड्डे पर भेज दिया गया ।
  • सक्रिय कार्रवाई का अभाव: उपर्युक्त घटनाओं के बावजूद भी नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) और एयरलाइंस सुधारात्मक उपायों को लागू करने में विफल रहे हैं। यही कारण है कि जिससे ऐसी घटनाएँ होती रहती हैं।

अंतर्राष्ट्रीय घटनाओं से सीख और तुलना

  • सिंगापुर एयरलाइंस से जुड़ी ताइवान में वर्ष 2000 की घटना से तुलना करने पर समान त्रुटियों के प्रति प्रतिक्रियाओं में अंतर स्पष्ट होता है।
  • इस मामले में, सिंगापुर एयरलाइंस की उड़ान के चालक दल ने गलत रनवे से उड़ान भरी, जिसके परिणामस्वरूप दुर्घटना हुई।
  • इस घटना के बाद, सिंगापुर ने व्यापक सुधारात्मक कार्रवाई की, जिसके परिणामस्वरूप उनकी विमानन सुरक्षा में उल्लेखनीय सुधार हुआ। 
  • परंतु भारत अनेक घटनाओं के बाद भी सिंगापुर जैसे उदाहरणों से सीखने में विफल रहा है।

व्यवस्थागत मुद्दे

  • खराब प्रशिक्षण और सुरक्षा मानक: भारत में एयरलाइंस अक्सर पायलटों और ग्राउंड स्टाफ को पर्याप्त प्रशिक्षण देने में विफल रहती हैं, जिसके परिणामस्वरूप बार-बार सुरक्षा संबंधी त्रुटियां होती हैं।

पायलटों के लिए सिम्युलेटर प्रशिक्षण में नियंत्रित, जोखिम-मुक्त वातावरण में अभ्यास और कौशल को निखारने के लिए उड़ान सिम्युलेटर का उपयोग करना शामिल है।

  • आईसीएओ मानकों का अनुपालन न करना: भारतीय विमानन लगातार अंतर्राष्ट्रीय नागरिक विमानन संगठन (आईसीएओ) के मानकों को, खासकर रनवे इंफ्रास्ट्रक्चर और परिचालन प्रक्रियाओं के मामले में, पूरा करने में विफल रहा है,।
  • डीजीसीए और एएआई सुरक्षा ऑडिट में विफल: डीजीसीए और भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) सुरक्षा ऑडिट में अक्सर महत्वपूर्ण सुरक्षा कमियों को नजरअंदाज किया जाता है, जो विमानन प्रणाली में प्रमुख जोखिमों को संबोधित करने में विफल रहे हैं। उन्हें ऐसी घटनाओं के लिए जवाबदेह भी नहीं ठहराया जाता है।
  • उड़ानों की समय सीमाओं का प्रभाव: उड़ान और उड़ान चालक दल के लिए ड्यूटी समय सीमाओं (एफडीटीएल) पर भारत के नियम दुनिया में सबसे कमजोर हैं।
    • पायलट और केबिन अटेंडेंट अक्सर अपनी कानूनी सीमाओं से परे काम करने के दबाव में होते हैं, जिससे थकान होती है और गलतियों की संभावना बढ़ जाती है। अंततः हादसे होते हें। 
  • समय पर प्रदर्शन का दबाव (ओटीपी): पायलट थकान के बावजूद आगे बढ़ने के लिए स्वयं को मजबूर महसूस कर सकते हैं, जिससे सही निर्णय लेने की उनकी क्षमता पर असर पड़ता है।
    • कोझिकोड दुर्घटना ऐसे दबावों से प्रभावित थी, जहां पायलट उतरने के लिए दृढ़ और समयबद्ध था क्योंकि उसे अगले दिन की उड़ान संचालित करनी थी।

प्रणालीगत परिवर्तन की आवश्यकता

  • सक्रिय उपायों का महत्व: भारत के विमानन अधिकारियों को पायलटों को दोषी ठहराने के पुराने दृष्टिकोण से हटकर प्रणालीगत सुधारों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
    • भारत में विमानन सुरक्षा में सुधार के लिए प्रशिक्षण, सुरक्षा ऑडिट और आईसीएओ मानकों के पालन में व्यापक सुधार महत्वपूर्ण हैं।
  • कानूनी और विनियामक चुनौतियाँ: एयरलाइन प्रबंधन के इशारे पर उड़ान और ड्यूटी समय विनियमों को हाल ही में स्थगित करना सुरक्षा के बारे में गंभीर चिंताएँ पैदा करता है।
    • इसके अतिरिक्त, उच्च न्यायालय के एक निर्णय ने डीजीसीए को समाधान खोजने के लिए दोनों पक्षों के साथ बातचीत करने की प्रतिबद्धता जताई , जिससे यह मुद्दा और जटिल हो गया।
  • सुरक्षा से समझौता न करना : सुरक्षा और थकान पर समझौता नहीं किया जा सकता है, और विमानन सुरक्षा के मुद्दों में न्यायिक भागीदारी से इसमें शामिल जटिलताओं की समझ की कमी का पता चलता है।

निष्कर्ष:

भारत को उस पुरानी कहावत से आगे बढ़ना होगा जिसमें कहा जाता है कि “अगर पायलट ज़िंदा है, तो उसे दोष दो। अगर वह मर गया है, तो उसे दफना दो”। वास्तविक जवाबदेही और सार्थक सुधारों के प्रति प्रतिबद्धता के बिना, भारतीय विमानन उद्योग को गंभीर जोखिमों का सामना करना पड़ सकता है। यह समय है कि इस क्षेत्र को पिछली गलतियों से सीख लेनी चाहिए और यह सुनिश्चित करने के लिए निर्णायक कार्रवाई करनी चाहिए कि ऐसी घटनाएँ फिर कभी न हों।

मुख्य परीक्षा अभ्यास प्रश्न 

प्रश्न. एक मजबूत विमानन क्षेत्र और विनियामक ढांचे के बावजूद, भारत को लगातार विमानन सुरक्षा घटनाओं का सामना करना पड़ रहा है। भारतीय विमानन सुरक्षा के क्षेत्र में विद्यमान चुनौतियों का आलोचनात्मक विश्लेषण करें और अंतरराष्ट्रीय मानकों के साथ सामंजस्य बिठाने के लिए आवश्यक व्यापक सुधारों का सुझाव दें।

(15 अंक, 250 शब्द)

Final Result – CIVIL SERVICES EXAMINATION, 2023. PWOnlyIAS is NOW at three new locations Mukherjee Nagar ,Lucknow and Patna , Explore all centers Download UPSC Mains 2023 Question Papers PDF Free Initiative links -1) Download Prahaar 3.0 for Mains Current Affairs PDF both in English and Hindi 2) Daily Main Answer Writing , 3) Daily Current Affairs , Editorial Analysis and quiz , 4) PDF Downloads UPSC Prelims 2023 Trend Analysis cut-off and answer key

THE MOST
LEARNING PLATFORM

Learn From India's Best Faculty

      

Final Result – CIVIL SERVICES EXAMINATION, 2023. PWOnlyIAS is NOW at three new locations Mukherjee Nagar ,Lucknow and Patna , Explore all centers Download UPSC Mains 2023 Question Papers PDF Free Initiative links -1) Download Prahaar 3.0 for Mains Current Affairs PDF both in English and Hindi 2) Daily Main Answer Writing , 3) Daily Current Affairs , Editorial Analysis and quiz , 4) PDF Downloads UPSC Prelims 2023 Trend Analysis cut-off and answer key

<div class="new-fform">







    </div>

    Subscribe our Newsletter
    Sign up now for our exclusive newsletter and be the first to know about our latest Initiatives, Quality Content, and much more.
    *Promise! We won't spam you.
    Yes! I want to Subscribe.