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Lokesh Pal December 25, 2024 05:30 14 0
अक्तूबर 2024 में कज़ान (रूस) में आयोजित ब्रिक्स शिखर सम्मेलन से पूर्व, भारत और चीन ने गश्त (पेट्रोलिंग) व्यवस्था पर एक समझौते की घोषणा की तथा शेष सीमा संघर्ष बिंदुओं को हल किया, जिससे स्थिति 2020 से पहले के स्तर पर प्रभावी रूप से बहाल हो गई। अब 2025 में भारत-चीन संबंधों को बेहतर ढंग से मजबूत करने का समय आ गया है।
जबकि बड़े रणनीतिक मुद्दों को हल करने के लिए समय और प्रयास की आवश्यकता होगी, भारत और चीन दोनों संबंधों को बेहतर बनाने के लिए निम्नलिखित आवश्यक उपाय कर सकते हैं:
चीन ने भारतीयों को 200,000 से ज़्यादा वीज़ा जारी किए हैं, जबकि भारत ने वर्ष 2023-24 में चीनी नागरिकों को 10,000 से भी कम वीज़ा जारी किए थे। |
भारत और चीन एक चौराहे पर खड़े हैं। सही विकल्प चुनकर 2025, दोनों राष्ट्रों के लिए द्विपक्षीय संबंधों में एक महत्त्वपूर्ण वर्ष सिद्ध हो सकता है। राष्ट्रपति शी जिनपिंग की भारत यात्रा या प्रधानमंत्री मोदी की चीन यात्रा, सहयोग के एक नए युग की शुरुआत का प्रतीक हो सकती है, जिससे दोनों देशों को लाभ होगा एवं वैश्विक शांति और स्थिरता में योगदान मिलेगा।
मुख्य परीक्षा हेतु अभ्यास प्रश्न“वर्ष 2025 भारत-चीन संबंधों के लिए एक विशेष उपलब्धि सिद्ध हो सकता है |” दिए गए कथन के आलोक में भारत-चीन संबंधों में विद्यमान समस्याओं तथा संबंधित समाधानों का आलोचनात्मक परीक्षण कीजिए | (15 अंक, 250 शब्द) |
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