Lokesh Pal
May 15, 2025 05:30
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भारत-पाकिस्तान संघर्ष ऐसे समय में हुआ है, जब वैश्विक भू-राजनीतिक अस्थिरता के दौर से गुजर रही है। महाशक्तियों के बीच बढ़ती प्रतिस्पर्धा, व्यवहारवादी कूटनीति और रणनीतिक पुनर्संतुलन अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था को पुनः परिभाषित कर रहे हैं। इस बदलते वैश्विक परिदृश्य में भारत के लिए यह अनिवार्य हो गया है, कि वह अपने सीमावर्ती पड़ोसी राष्ट्रों से आगे बढ़कर व्यापक वैश्विक मंच पर सक्रिय भूमिका निभाए।
भारत को द्वि-ध्रुवीय विदेश नीति से ऊपर उठकर एक लचीली और सूक्ष्म कूटनीति अपनानी चाहिए, जो बदलते वैश्विक परिदृश्य के लिए उपयुक्त हो। भारत की दीर्घकालिक शांति और समृद्धि सुनिश्चित करने के लिए क्षेत्रीय विशेषज्ञता, पेशेवर कूटनीति और रणनीतिक दूरदर्शिता में निवेश करना जरूरी है।
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