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Lokesh Pal
November 17, 2025 05:30
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संतुलित और उत्तरदायी आर्थिक विकास सुनिश्चित करने के लिए भारत के उद्यम पारिस्थितिकी तंत्र को एक गहन नैतिक आधार और अधिक समावेशी व्यावसायिक संरचना की आवश्यकता है।
भारतीय लोकाचार में निहित और प्रणालीगत सुधारों द्वारा समर्थित मूल्य संचालित व्यावसायिक पारिस्थितिकी तंत्र ऐसे उद्यमों के निर्माण के लिए आवश्यक है जो वैश्विक रूप से प्रतिस्पर्धी और सामाजिक रूप से जिम्मेदार हों।
मुख्य परीक्षा हेतु अभ्यास प्रश्न:प्रश्न: इस प्रस्ताव का आलोचनात्मक विश्लेषण कीजिए कि भारत को उद्यम दर्शन को सामाजिक सेवा के साथ मिश्रित करने के लिए एक ‘भारतीय उद्यम चार्टर’ की आवश्यकता है। भारत की सभ्यतागत विरासत, जैसे कि ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ का उपनिषदिक दर्शन, वर्तमान आर्थिक मॉडल में गहरी जड़ें जमाए बैठी असमानताओं और शासन संबंधी चुनौतियों का समाधान करने में किस प्रकार सहायक हो सकता है? (15 अंक, 250 शब्द) |
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