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Lokesh Pal
December 09, 2025 05:00
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भारत 26 नवंबर, 2025 को अपना 76वाँ संविधान दिवस मनाया, जो 1949 में संविधान को अपनाने का प्रतीक है।
भारतीय पंथनिरपेक्षता इस बात की गारंटी देती है कि धर्म के कारण कोई भी नागरिक दूसरे से अधिक विशेषाधिकार प्राप्त या स्वतंत्र नहीं है। धर्म को राज्य की सत्ता से अलग रखकर, यह राजनीतिक ध्रुवीकरण और सांप्रदायिक विभाजन को रोकता है। इससे घृणा कम होती है, सामाजिक स्थिरता सशक्त होती है और भारत की एकता और दीर्घकालिक विकास सुरक्षित रहता है।
मुख्य परीक्षा हेतु अभ्यास प्रश्नप्रश्न: भारतीय पंथनिरपेक्षता सार्वजनिक क्षेत्र से धर्म के लोप की माँग नहीं करती, बल्कि समानता सुनिश्चित करने के लिए एक सैद्धांतिक पृथक्करण की माँग करती है। इस कथन के आलोक में, पंथनिरपेक्षता के भारतीय मॉडल को पश्चिमी और धर्मतंत्रीय मॉडलों से अलग कीजिए। यह अंतर-धार्मिक और एक ही धर्म भीतर धार्मिक समानता की रक्षा कैसे करता है? (15 अंक, 250 शब्द) |
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