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Lokesh Pal
April 25, 2024 05:45
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सार्वजनिक पदाधिकारियों और निजी व्यक्तियों पर हालिया छापेमारी, भारतीय समाज में मौजूद भ्रष्टाचार की गहरी जड़ों को उजागर करते हैं।
निष्कर्ष
निष्कर्षतः भारतीय समाज में भ्रष्टाचार बहुत गहराई तक व्याप्त है। परिवर्तन लाने के लिए समग्र दृष्टिकोण की आवश्यकता है। मानदंडों को चुनौती देकर और जवाबदेही को बढ़ावा देकर, भारत भ्रष्टाचार के बंधनों से मुक्त भविष्य की दिशा में प्रयास आगे बढ़ सकता है।
Source: The Pioneer
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