100% तक छात्रवृत्ति जीतें

रजिस्टर करें

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस : कामकाजी महिलाएँ भी बच्चों की अच्छी देखभाल का सपना देखती हैं

Lokesh Pal March 08, 2024 05:00 100 0

संदर्भ:

हाल ही में मनाए गए अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस 2022 (8 मार्च) का विषय ‘स्थायी कल के लिए आज लैंगिक समानता’ है। 

हालाँकि, भारत की महिला अनौपचारिक कार्यबल के लिए लैंगिक समानता से अभी भी काफी दूर हैं ।

प्रारंभिक परीक्षा के लिए प्रासंगिकता: श्रम बल में भागीदारी का मुद्दा।

मुख्य परीक्षा के लिए प्रासंगिकता: समावेशी विकास और इससे उत्पन्न होने वाले मुद्दे।

अनौपचारिक कार्यों में लगीं महिलाएँ :

  •  उच्च भागीदारी:
    • अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) के एक अध्ययन के अनुसार, भारत की 95% से अधिक कामकाजी महिलाएँ अनौपचारिक क्षेत्रों में कार्यरत हैं।
    • ये महिलाएँ श्रम-गहन, कम वेतन वाली, अत्यधिक अनिश्चित नौकरियों/परिस्थितियों में और बिना किसी सामाजिक सुरक्षा के काम करती हैं।
  • मातृ, नवजात और बाल स्वास्थ्य पर अनौपचारिक कार्य के प्रभाव पर अपर्याप्त डेटा:
    • विश्व स्वास्थ्य संगठन के एक संदेश में इस बात का जिक्र किया गया है कि “महिलाओं का अनौपचारिक क्षेत्रों से संबंधित कार्य गरीबी के स्त्रीकरण पर केंद्रीय है”।
    • छुट्टी और घर से काम करने के विकल्प सहित मातृत्व लाभ, मुख्य रूप से औपचारिक क्षेत्र की महिलाओं को लाभान्वित करते हैं, जो भारत में कार्यबल का 5% से भी कम हैं।
    • गुणवत्तापूर्ण बाल देखभाल सेवाओं तक पहुँच का अभाव: महिला श्रमिकों को श्रम बल छोड़ने, उनके आय के श्रोत के बंद होने और खुद को भेदभावपूर्ण रोजगार प्रथाओं एवं महत्वपूर्ण आर्थिक और स्वास्थ्य जोखिमों में कार्य करने के लिए मजबूर करता है।
    • बाल देखभाल सहायता: भारत द्वारा अनौपचारिक महिला श्रमिकों के लिए बाल देखभाल सहायता से संबंधित समस्याओं को दूर करने पर कम ध्यान दिया गया है।

समाधान:

  • एकीकृत बाल विकास सेवा (ICDS) बुनियादी ढाँचे का विस्तार:
    • आईसीडीएस के तहत आंगनवाड़ी केंद्रों का अधिदेश: मातृ एवं शिशु पोषण सुरक्षा, स्वच्छ और सुरक्षित वातावरण और प्रारंभिक बचपन की शिक्षा प्रदान करना, इस प्रकार महिलाओं को प्रसव के बाद काम पर फिर से लौटने की सुविधा प्रदान करना।
    • सीमाएँ: यह तीन वर्ष से कम आयु वर्ग के बच्चों को सेवा प्रदान नहीं करता है और यह दिन में केवल कुछ घंटों के लिए कार्य करता है।
    • सुधारों की आवश्यकता: आंगनवाड़ी केंद्रों में बच्चों के प्रारंभिक प्रवेश से माताओं को सवेतन कार्य के लिए समय मिल सकता है और यह राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के जनादेश के अनुरूप हो सकता है जो 0-6 आयु वर्ग के बच्चों के लिए गुणवत्तापूर्ण प्रारंभिक बचपन देखभाल और शिक्षा को स्वीकार करता है।
      • आंगनवाड़ी केंद्रों के घंटे बढ़ाने से कामकाजी महिलाओं के लिए समय की कमी का भी समाधान हो सकता है।

क्रेच के प्रावधान के लिए सफलता के मामले:

  • स्व-रोज़गार महिला संघ (SEWA) संगिनी ने कुछ भारतीय शहरों में क्रेच सुविधाएँ प्रदान की हैं।
  • अहमदाबाद में आजीविका ब्यूरो द्वारा निर्माण स्थल क्रेच और दिल्ली में मोबाइल क्रेच की सुविधा उपलब्ध कराई गई है।
  • भवन एवं अन्य निर्माण श्रमिक कल्याण बोर्ड क्रेच चलाने का आदेश देता है।

क्रेच योजना को पुनर्जीवित करना:

  • सार्वजनिक और कार्यस्थल पर क्रेच का नेटवर्क स्थापित करना एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है। कार्यस्थल के नजदीक क्रेच की सुविधा समय पर स्तनपान कराने और आपात स्थिति में बच्चों की देखभाल की सुविधा प्रदान कराता है ।
  • मातृत्व लाभ में सुधार: प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (PMMVY) एनएफएसए की अनुशंसित न्यूनतम ₹6,000 के विपरीत अपर्याप्त नकद सहायता प्रदान करती है।
    • पात्रता को घटाकर ₹5,000 कर दिया जाता है। 
    • मातृत्व लाभ में सुधार से प्रसव और शिशु देखभाल का वित्तीय बोझ कम हो जाएगा।

बच्चों के स्वास्थ्य को प्रोत्साहित करने के लिए विभिन्न राज्यों द्वारा अपनाई गई प्रमुख योजनाएँ :

  • तमिलनाडु: डॉ. मुथुलक्ष्मी मातृत्व लाभ योजना।
  • राजस्थान: इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना।
  • ओडिशा: ममता योजना।
  • गुजरात: कस्तूरबा पोषण सहाय योजना।
  • छत्तीसगढ़: कौशल्या मातृत्व योजना।

निष्कर्ष: यह जरूरी है कि किफायती और गुणवत्तापूर्ण बाल देखभाल बुनियादी ढाँचे को रोजगार से जुड़े लाभ और सार्वजनिक भलाई के रूप में देखा जाता है । देखभाल कर्मियों के बुनियादी ढाँचे का विस्तार करने की आवश्यकता है, विशेष रूप से आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका के स्तर पर जो पहले से ही अत्यधिक काम के बोझ तले दबी हैं और उन्हें कम वेतन भी दिया जाता है।

News Source: The Hindu

Final Result – CIVIL SERVICES EXAMINATION, 2023. PWOnlyIAS is NOW at three new locations Mukherjee Nagar ,Lucknow and Patna , Explore all centers Download UPSC Mains 2023 Question Papers PDF Free Initiative links -1) Download Prahaar 3.0 for Mains Current Affairs PDF both in English and Hindi 2) Daily Main Answer Writing , 3) Daily Current Affairs , Editorial Analysis and quiz , 4) PDF Downloads UPSC Prelims 2023 Trend Analysis cut-off and answer key

THE MOST
LEARNING PLATFORM

Learn From India's Best Faculty

      

Final Result – CIVIL SERVICES EXAMINATION, 2023. PWOnlyIAS is NOW at three new locations Mukherjee Nagar ,Lucknow and Patna , Explore all centers Download UPSC Mains 2023 Question Papers PDF Free Initiative links -1) Download Prahaar 3.0 for Mains Current Affairs PDF both in English and Hindi 2) Daily Main Answer Writing , 3) Daily Current Affairs , Editorial Analysis and quiz , 4) PDF Downloads UPSC Prelims 2023 Trend Analysis cut-off and answer key

<div class="new-fform">







    </div>

    Subscribe our Newsletter
    Sign up now for our exclusive newsletter and be the first to know about our latest Initiatives, Quality Content, and much more.
    *Promise! We won't spam you.
    Yes! I want to Subscribe.