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‘दिल से जवान’ उपमा/मुहावरे से आगे बढ़ना

Lokesh Pal September 29, 2025 05:15 20 0

संदर्भ

हृदय संबंधी रोग, जिन्हें कभी मुख्य रूप से वृद्धावस्था से संबंधित रोग माना जाता था, अब युवा पीढ़ी को तेजी से प्रभावित कर रहे हैं।

युवाओं में हृदय संबंधी रोगों (CVD) में वृद्धि

  • जनसांख्यिकीय लाभ: भारत के युवा ऊर्जा और संभावनाओं का स्रोत हैं।
    • 50% से अधिक जनसंख्या 35 वर्ष से कम आयु की है, जो भारत को ऊर्जा, उत्साह और क्षमता की भूमि के रूप में स्थापित करती है।
  • स्वास्थ्य संबंधी विरोधाभास: युवा पीढ़ी को कम उम्र में हृदय रोग का खतरा
    • जो रोग कभी बुजुर्गों में देखे जाते थे, विशेषकर हृदय संबंधी रोग (CVD), वे अब युवा आयु वर्ग को भी अपनी चपेट में ले रहे हैं
  • बढ़ती घटनाएँ: युवाओं में अचानक दिल का दौरा पड़ने की घटनाएँ 
    • 20 से 40 वर्ष की आयु के लोगों में व्यायाम या खेल के दौरान अचानक दिल का दौरा पड़ने के मामले अब अधिक संख्या में सामने आ रहे हैं।
  • उपलब्ध आकड़े: आधे से अधिक दिल के दौरे 40 वर्ष से कम उम्र में देखे जाते हैं
    • विभिन्न अस्पताल के आकड़े (2020-2023) से पता चलता है कि लगभग 50% दिल के दौरे 40 साल से कम उम्र के लोगों में देखे गए।

युवाओं में बढ़ते हृदय रोगों (CVD) के कारण

  • जीवनशैली संबंधी कारक अब हृदयाघात के प्राथमिक कारण के रूप में आनुवंशिकी से आगे निकल गए हैं।
    • हृदय रोग विशेषज्ञ जोखिम कारकों के संयोजन को सहक्रियात्मक प्रभाव कहते हैं। आनुवंशिकी एक “लोडेड गन” है, और जीवनशैली वह “ट्रिगर” है जो जीवन में पहले ही दौरे का कारण बनती है।
  • हृदय रोग को बढ़ाने वाले जीवनशैली कारकों में शामिल हैं:
    • अत्यधिक प्रतिस्पर्धा और तनाव: करियर, परीक्षा और प्रतिस्पर्धा का दबाव दिल और दिमाग पर भारी बोझ डालता है।
    • तंबाकू और शराब का सेवन: ये हृदय स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव डालते हैं, और लोग अक्सर आकर्षक (कूल) दिखने के लिए इनका सेवन करते हैं।
    • नींद की कमी: अत्यधिक मोबाइल उपयोग के कारण नींद का चक्र बाधित होता है।
    • बैठे रहने की दिनचर्या: कार्य के दौरान लंबे समय तक बैठे रहना और न्यूनतम शारीरिक गतिविधि करना।
    • आहार संबंधी समझौता: प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों की बढ़ती खपत और स्वस्थ विकल्पों की तुलना में सुविधा को प्राथमिकता देना (उदाहरण के लिए, ज़ोमैटो/स्विगी जैसे डिलीवरी ऐप के माध्यम से)।

हृदय रोगों से संबंधित निदान

  • प्रारंभिक संकेतों को पहचानना: हृदय के चेतावनी संकेतों को पहचानना महत्वपूर्ण है, जिन्हें अक्सर अनदेखा कर दिया जाता है या पाचन संबंधी समस्याओं या मांसपेशियों में खिंचाव के कारण समझ लिया जाता है:
    • व्यायाम के दौरान असुविधा या दर्द, अचानक सीने में दर्द, अस्पष्टीकृत पसीना आना (यहां तक ​​कि जब एयर कंडीशनिंग चल रही हो), न्यूनतम परिश्रम के बाद सांस फूलना, लगातार थकान जो दैनिक दिनचर्या में बाधा डालती है।
  • कार्डियक कैल्शियम स्कोरिंग: एक विशेष सीटी स्कैन जो हृदय की धमनियों में कैल्शियम के जमाव का आकलन करता है। उच्च स्कोर धमनियों में रुकावट और दिल के दौरे के बढ़ते जोखिम का संकेत देता है।
  • सीटी कोरोनरी एंजियोग्राफी: यह हृदय की रक्त वाहिकाओं (धमनियों/शिराओं) की 3D इमेज प्रदान करता है, जिससे डॉक्टरों को सटीक ब्लॉकेज का पता लगाने में मदद मिलती है।

आगे की राह

  • व्यक्तिगत स्तर: जीवनशैली में बदलाव लाने के लिए प्रतिदिन 7-8 घंटे की नींद और 30-40 मिनट व्यायाम करना चाहिए।
    • 30 वर्ष की आयु के बाद नियमित स्वास्थ्य जाँच करानी चाहिए।
    • केवल रक्त परीक्षण पर निर्भर रहने के बजाय छवि-आधारित स्क्रीनिंग को प्राथमिकता दी जानी चाहिए।
  • सरकारी स्तर पर: गैर-संक्रामक रोगों (NCDs) को रोकने और नियंत्रित करने के लिए, कैंसर, मधुमेह, हृदय रोग और स्ट्रोक के रोकथाम और नियंत्रण के लिए राष्ट्रीय कार्यक्रम (NPCDCS) जैसे कार्यक्रम लागू किए जाने चाहिए।
    • आयुष्मान भारत योजना का उद्देश्य हृदय रोग के इलाज को सभी के लिए सुलभ और किफायती बनाना है, विशेष रूप से गरीबों के लिए।
  • सामाजिक स्तर पर: सभी उम्र के लोगों को यह सिखाया जाना चाहिए कि दिल की बीमारी के लक्षण कैसे पहचानें और डॉक्टर से तुरंत संपर्क कैसे करें।

निष्कर्ष

युवाओं में हृदय रोगों का बढ़ता बोझ भारत के जनसांख्यिकीय लाभांश के लिए ख़तरा है। समय पर जागरूकता, निवारक जीवनशैली में बदलाव, मज़बूत स्वास्थ्य सेवा कार्यक्रम और सामाजिक सतर्कता देश के स्वास्थ्य और उत्पादकता की रक्षा के लिए बेहद ज़रूरी हैं

मुख्य परीक्षा हेतु अभ्यास प्रश्न

प्रश्न: युवा भारतीयों में हृदय रोगों में वृद्धि आनुवंशिक प्रवृत्ति से जीवनशैली-जनित कारकों की ओर संक्रमण को दर्शाती है। इन जीवनशैली निर्धारकों पर चर्चा कीजिए और भारत की भविष्य की प्रतिरोधक क्षमता को मज़बूत करने के लिए निवारक रणनीतियाँ सुझाएँ।

(10 अंक, 150 शब्द)

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