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Lokesh Pal December 07, 2024 05:15 55 0
भारत स्वयं को वैश्विक विनिर्माण केंद्र के रूप में स्थापित करने की परिवर्तनकारी यात्रा पर अग्रसर है, जो पीएलआई योजना जैसी रणनीतिक नीतिगत पहलों से प्रेरित है, जो भारत के विनिर्माण पुनरुत्थान के लिए आधार तैयार कर रही है।
उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना:
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2022-23 के लिए उद्योगों का वार्षिक सर्वेक्षण (एएसआई) योजना के प्रभाव के बारे में सम्मोहक साक्ष्य प्रदान करता है। इसके प्रमुख निष्कर्षों में निम्नलिखित प्रावधान शामिल हैं:
ये परिणाम विनिर्माण क्षेत्र में मजबूत सुधार का संकेत देते हैं, जो महामारी-पूर्व विकास स्तर पर स्थिर वापसी को दर्शाता है ।
भारत के @2047 के विजन को साकार करने के लिए तथा इस तिथि तक देश के आर्थिक परिदृश्य को विकसित अर्थव्यवस्था में बदलने के लिए विनिर्माण क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभानी होगी। भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) का अनुमान है कि निरंतर प्रयासों से जीवीए में विनिर्माण क्षेत्र की हिस्सेदारी वर्तमान 17% से बढ़कर 2030-31 तक 25% और 2047-48 तक 27% हो सकती है।
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