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Lokesh Pal
October 09, 2025 05:15
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ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टारमर की मुंबई यात्रा, नया EFTA व्यापार और निवेश समझौता, तथा यूरोपीय संघ के साथ चल रही व्यापार वार्ताएं भारत की कूटनीति में यूरोप की बढ़ती प्रमुखता का संकेत हैं।
बहुध्रुवीय पश्चिम वैश्विक कूटनीति में परिवर्तन ला रहा है, जिससे भारत को अधिक सहयोग मिल रहा है, लेकिन साथ ही तीव्र आंतरिक सुधारों की भी मांग कर रहे है। भारत का सतत प्रभाव घरेलू आधुनिकीकरण को उसकी कुशल बाह्य रणनीति के साथ संरेखित करने पर निर्भर करेगा।
मुख्य परीक्षा हेतु अभ्यास प्रश्न:प्रश्न: पश्चिम के बदलते बहुध्रुवीय व्यवस्था की ओर बढ़ने के संदर्भ में, विश्लेषण कीजिए कि यूरोप की उभरती सामरिक स्वतंत्रता किस प्रकार महाद्वीप के साथ भारत के कूटनीतिक और आर्थिक जुड़ाव के लिए नए अवसर और चुनौतियाँ पैदा करती है। (15 अंक, 250 शब्द) |
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