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Lokesh Pal
August 13, 2025 05:15
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राष्ट्रीय अंग एवं ऊतक प्रत्यारोपण संगठन (NOTTO) द्वारा प्रकाशित हालिया रिपोर्ट में यह कहा गया है कि प्रत्यारोपण की प्रतीक्षा कर रही महिला रोगियों और मृतक दाताओं के रिश्तेदारों को लाभार्थियों के रूप में प्राथमिकता दी जाएगी, जो लिंग संबंधी धारणा को नए सिरे से परिभाषित करने का एक मार्ग है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के अंतर्गत अंग प्रत्यारोपण को विनियमित करने वाली भारत की प्रमुख संस्था, राष्ट्रीय अंग एवं ऊतक प्रत्यारोपण संगठन (NOTTO) ने इस असंतुलन को चिन्हित किया। इस समस्या के समाधान के लिए, NOTTO ने महत्वपूर्ण सुझावों के साथ एक नई सलाह जारी की है:
मानव अंग प्रत्यारोपण अधिनियम के तहत उचित कार्यान्वयन सुनिश्चित करना तथा अंगों के सीमित भंडार तक पहुंच को व्यापक बनाना सर्वोपरि है।
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