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                         Lokesh Pal
Lokesh Pal
                         October 28, 2025 05:15
October 28, 2025 05:15
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विश्व खाद्य दिवस (16 अक्तूबर), जिसका विषय- “बेहतर खाद्य और बेहतर भविष्य के लिए सबका साथ” (Hand in Hand for Better Foods and a Better Future), एफएओ के 80वें वर्ष को चिह्नित करता है, जिसमें मृदा स्वास्थ्य को बहाल करने, जैव विविधता को बढ़ावा और जलवायु अनुकूलन तथा पोषण सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पुनर्योजी कृषि पर प्रकाश डाला गया।
पुनर्योजी कृषि भारत में मृदा स्वास्थ्य को बहाल करने, पोषण सुरक्षा सुनिश्चितता और जैव विविधता को बढ़ावा देने की कुंजी है। इस दृष्टिकोण को अपनाकर और नीतियों, नवाचार तथा सहयोग के माध्यम से इसका समर्थन करके भारत एक अधिक सतत और अनुकूल कृषि भविष्य का निर्माण कर सकता है।
| मुख्य परीक्षा हेतु अभ्यास प्रश्न:प्रश्न: ”जहाँ हरित क्रांति ने भारत की ‘खाद्य सुरक्षा’ (पेट भरण) को सफलतापूर्वक सुनिश्चित किया, वहीं इसके गहन रासायनिक मॉडल ने गंभीर पारिस्थितिक और स्वास्थ्य संकटों को जन्म दिया है, जिसका प्रतीक पंजाब की ‘कैंसर ट्रेन’ है।” इस कथन का समालोचनात्मक विश्लेषण कीजिए। पुनर्योजी कृषि द्वारा संचालित ‘पोषण सुरक्षा’ (पोषण भरण) की दिशा में नीतिगत परिवर्तन इस विरोधाभास का स्थायी समाधान किस प्रकार प्रस्तुत कर सकता है? (15 अंक, 250 शब्द) | 
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