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Lokesh Pal
March 15, 2025 05:15
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केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) की एक रिपोर्ट ने राष्ट्रीय हरित अधिकरण (NGT) को सूचित किया, कि हाल ही में उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले में संपन्न हुए महाकुंभ के दौरान कई स्थानों पर जल में उच्च फेकल कोलीफॉर्म स्तर पाया गया है, जिसके कारण यह प्राथमिक जल गुणवत्ता मानकों को पूरा नहीं करता है।
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नदियाँ केवल जल स्रोत नहीं हैं, वे हमारी सभ्यता की जीवन रेखाएँ हैं। निरंतर प्रयासों के बावजूद, प्रदूषण बढ़ता जा रहा है, जिसके लिए कठोर कार्रवाई और बेहतर प्रवर्तन की आवश्यकता है। इस समस्या से निपटने के लिए बेहतर कानूनों, जागरूकता विस्तार और उन्नत प्रौद्योगिकी के उपयोग का संयोजन भी वांक्षनीय है।
मुख्य परीक्षा हेतु अभ्यास प्रश्नविभिन्न कानूनी ढाँचों और पर्यावरण संबंधी कानूनों के बावजूद, भारत में नदी प्रदूषण एक गंभीर मुद्दा बना हुआ है। मौजूदा कानूनों की प्रभावशीलता का मूल्यांकन कीजिए तथा उनके प्रवर्तन में सुधार हेतु आवश्यक उपाय सुझाइए। (15 अंक, 250 शब्द) |
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