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Lokesh Pal
April 23, 2025 05:30
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शादी के झूठे वादे के आधार पर बलात्कार के मामले लंबे समय से विवादास्पद मुद्दे बने हुए हैं। अक्सर यह तर्क दिया जाता है कि सहमति से बनाए गए शारीरिक संबंधों को भी बाद में बलात्कार के आरोपों के तहत अपराध माना जाता है।
जबकि धारा 69 का उद्देश्य धोखे के वास्तविक मामलों को संबोधित करना है, इसे कानूनी रूप से अलग होना चाहिए और बलात्कार पर मौजूदा कानूनों को कमजोर नहीं करना चाहिए। कानूनी भ्रम पैदा किए बिना अधिकारों की रक्षा के लिए विधायी प्रारूपण और न्यायिक मार्गदर्शन में स्पष्टता आवश्यक है।
मुख्य परीक्षा हेतु अभ्यास प्रश्न:प्रश्न: सहमति और बलात्कार पर व्यापक कानूनी ढांचे के संदर्भ में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 69 के साथ संभावित कानूनी और संवैधानिक मुद्दों पर चर्चा करें। क्या इन प्रावधानों को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए कानून में संशोधन होना चाहिए? समझाइए। (15 अंक, 250 शब्द) |
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