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Samsul Ansari January 06, 2024 05:25 296 0
सन्दर्भ:
आवधिक श्रम बल (Periodic Labour Force) सर्वेक्षण के अनुसार, भारत में स्नातकों के मध्य बेरोजगारी दर कई अन्य विकासशील देशों की तुलना में अधिक है।
मुख्य परीक्षा के लिए प्रासंगिकता: उच्च शिक्षा और कौशल आवश्यकताएँ– चुनौतियाँ और आगे की राह।
नामांकन की चुनौती:
निजी महाविद्यालयों की उच्च संख्या संबंधी चुनौती:
ऑनलाइन शिक्षा का प्रभाव:
रोजगार सृजन की चुनौती:
अनुसंधान एवं विकास की चुनौती:
सरकारी नीतियों की चुनौती:
क्या करने की आवश्यकता है:
निष्कर्ष:
उच्च शिक्षा संस्थान मूलतः ज्ञान संस्थान हैं। जब वे नए ज्ञान का निर्माण करते हैं, तो इससे नई तकनीकों का विकास, नए व्यवसायों, नवाचार, उद्यमिता और स्टार्ट–अप की संभावनाएँ पैदा होती हैं। यह सरकार की जिम्मेदारी होनी चाहिए कि वह उच्च शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए उचित कार्रवाई करे, जिससे अंततः भारत का भविष्य संवरेगा।
मुख्य परीक्षा पर आधारित प्रश्न : क्या उद्द्योग-अकादमिक सहयोग छात्रों को नौकरी-प्रासंगिक कौशल और व्यवहारिक अनुभव से लैस कर उन्हें स्नातक स्तर की शिक्षा के उपरान्त कार्यबल में प्रवेश दिलाने में क्या मदद कर सकता है ? उच्च शिक्षा और कौशल विकास के सन्दर्भ में इसका सत्यापन कीजिये I
News Source: The Hindu
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