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Lokesh Pal
August 01, 2024 05:30
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भारत सरकार छोटे मॉड्यूलर रिएक्टरों (एसएमआर) का अध्ययन और परीक्षण करने के लिए निजी क्षेत्र के साथ मिलकर काम करने की योजना बना रही है।
प्रारंभिक परीक्षा के लिए प्रासंगिकता: छोटे मॉड्यूलर रिएक्टर (एसएमआर), परमाणु ऊर्जा, आदि।
मुख्य परीक्षा के लिए प्रासंगिकता: छोटे मॉड्यूलर रिएक्टर (एसएमआर) प्रौद्योगिकी को अपनाने के लिए निजी क्षेत्र के समावेशन से जुड़े लाभ और चुनौतियाँ, आदि। |
छोटे मॉड्यूलर रिएक्टर सुरक्षा और लागत में संभावित लाभ प्रदान करते हैं, लेकिन उनकी व्यावसायिक व्यवहार्यता और प्रसार प्रतिरोध उनकी सफलता और भारत के ऊर्जा मिश्रण में एकीकरण का निर्धारण करेगा।
मुख्य परीक्षा पर आधारित प्रश्न:प्रश्न: छोटे मॉड्यूलर रिएक्टर (एसएमआर) को भारत की बढ़ती ऊर्जा जरूरतों के लिए एक संभावित समाधान के रूप में माना जा रहा है। भारत में इस प्रौद्योगिकी को अपनाने से जुड़े लाभों और चुनौतियों की चर्चा करें, और देश की ऊर्जा सुरक्षा और पर्यावरणीय प्रतिबद्धताओं के संदर्भ में इसकी व्यवहार्यता का आकलन करें। (15 अंक, 250 शब्द) |
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