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Lokesh Pal
November 11, 2025 05:00
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हाल ही में दिल्ली उच्च न्यायालय ने सुशांत रोहिल्ला आत्महत्या (2016) मामले में फैसला सुनाया, जिसमें उसे कम उपस्थिति के कारण परीक्षा देने से रोक दिया गया था।
निर्णय में पुलिसिंग से लेकर मार्गदर्शन तक सांस्कृतिक परिवर्तन का आग्रह किया गया है तथा छात्र-समावेशी शिकायत तंत्र और एक ऐसी शिक्षा पद्धति की माँग की गई है, जो केवल उपस्थिति के स्थान पर सक्रिय, अनुभवात्मक शिक्षा को महत्त्व प्रदान करती हो।
मुख्य परीक्षा हेतु अभ्यास प्रश्न:प्रश्न: सुशांत रोहिल्ला मामले में दिल्ली उच्च न्यायालय के निर्णय के आलोक में विश्लेषण कीजिए, कि कठोर उपस्थिति नीतियाँ किस प्रकार निष्पक्षता और प्राकृतिक न्याय के संवैधानिक सिद्धांतों का उल्लंघन करती हैं। उपस्थिति और अनुशासनात्मक नीतियों को लागू करने के लिए विद्यार्थी-केंद्रित और जवाबदेह ढाँचा निर्मित करने हेतु विश्वविद्यालय कौन-से उपाय अपना सकते हैं? (15 अंक, 250 शब्द) |
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