//php print_r(get_the_ID()); ?>
Lokesh Pal
September 25, 2025 05:15
16
0
आर्थिक विकास और खुशहाली के नाम पर व्यक्तिगत स्वतंत्रता को सीमित करने के चीन के दृष्टिकोण को आज वैश्विक स्तर पर एक प्रमुख विचारधारा के रूप में तेजी से मान्यता मिल रही है।
बीजिंग सहमति के दो मुख्य स्तंभ हैं:
बीजिंग सहमति जहाँ तेज़ विकास की बात करती है, वहीं भारत जैसे लोकतंत्रों को स्वतंत्रता, समानता और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के संवैधानिक मूल्यों को बनाए रखना होगा। वास्तविक प्रगति विकास और अधिकारों के बीच संतुलन बनाने में निहित है, जो सतत विकास लक्ष्य 16 (शांति, न्याय और मज़बूत संस्थाएँ) के अनुरूप हो और यह सुनिश्चित करे कि विकास लोकतंत्र की कीमत पर न हो।
<div class="new-fform">
</div>
Latest Comments