Q. '’आधुनिक खतरों के लिए एकीकृत नागरिक-सैन्य प्रतिक्रियाओं की आवश्यकता है, न कि अलग-अलग विभागीय रणनीतियों की।” इस कथन के संदर्भ में, हाइब्रिड खतरों से निपटने के लिए भारत की तैयारियों का आलोचनात्मक रूप से विश्लेषण कीजिए। (10 अंक, 150 शब्द)
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