//php print_r(get_the_ID()); ?>
Lokesh Pal October 04, 2024 05:30 130 0
भारत के विविधतापूर्ण बहुदलीय लोकतंत्र में, राजनीतिक दल अक्सर आंतरिक लोकतांत्रिक ढांचे पर व्यक्तिगत करिश्मे को अधिक तरजीह देते हैं। ऐसे परिप्रेक्ष्य में, दलों में आंतरिक लोकतंत्र सुनिश्चित करना चुनाव आयोग के लिए एक बड़ी चुनौती है।
भारत के उभरते हुए, बहुदलीय लोकतंत्र में, राजनीतिक दलों के भीतर आंतरिक लोकतंत्र को बढ़ावा देना विविधतापूर्ण प्रतिनिधित्व और योग्यता-आधारित नेतृत्व सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक है। कानूनी और व्यावहारिक चुनौतियों का सामना करते हुए, इस आंतरिक संरचना को बढ़ावा देने में चुनाव आयोग की भूमिका लोकतांत्रिक सिद्धांतों को मजबूत करने, पार्टियों में आंतरिक लोकतंत्र सुनिश्चित करने और चुनावी प्रक्रिया में जनता का विश्वास बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण है।
<div class="new-fform">
</div>
Latest Comments