//php print_r(get_the_ID()); ?>
Lokesh Pal October 30, 2024 05:45 55 0
घरेलू बचत और निजी निवेश का मुख्यतः धनी देशों व मेगा शहरों में केंद्रित होने के परिणामस्वरूप समृद्ध और गरीब क्षेत्रों के बीच अंतर बढ़ रहा है। भारतीय राज्यों के बीच बढ़ते आर्थिक विभाजन के परिणामस्वरूप भारतीय संघवाद के लिए महत्वपूर्ण चुनौती उत्पन्न हो रही हैं।
प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद (ईएसी-पीएम) भारतीय राज्यों का सापेक्ष आर्थिक प्रदर्शन पर आधारित रिपोर्ट में इस बात पर जोर दिया गया है कि भारत की संघीय एकता को मजबूत करने के लिए क्षेत्रीय असमानताओं में कमी की आवश्यकता है, अन्यथा आर्थिक विभाजन को कम करना जोखिम उत्पन्न कर सकता है। निवेश नीति में आवश्यक परिवर्तन अमीर राज्यों के विकास को प्रभावित किए बगैर ही असमानताओं को कम करने में सहायक सिद्ध होगा। जो निम्न वर्ग व अल्पविकसित क्षेत्रों को समावेशित करके विकास को बढ़ावा देकर, संघवाद को मजबूत करेगा और राष्ट्रीय एकता को बनाए रखने में सहायक होगा।
<div class="new-fform">
</div>
Latest Comments