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फाइव आइज टकराव से दूरी बनाना भारत के हित में

Lokesh Pal May 14, 2024 05:30 88 0

प्रीलिम्स के लिए प्रासंगिकता: फाइव आइज़ सिक्योरिटी गठबंधन, BRUSA और UKUSA समझौते,।

मुख्य परीक्षा के लिए प्रासंगिकता: अनुसंधान और विश्लेषण विंग, आतंकवाद विरोधी और साइबर सुरक्षा, फाइव आइज़ सिक्योरिटी गठबंधन की विशेषताएँ एवं चुनौतियाँ, नाइन आइज की भूमिका, भारत और कनाडा के राजनीतिक एवं आर्थिक संबंध ।

संदर्भ:

  • भारतीय ख़ुफ़िया एजेंसियों, विशेष रूप से कनाडा, संयुक्त राज्य अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया जैसे सुदूर देशों में अनुसंधान और विश्लेषण विंग की कथित गतिविधियों की हालिया रिपोर्ट ने ख़ुफ़िया अभियानों के विवादास्पद मुद्दे को उजागर करने का प्रयास किया है।

भारत के खुफिया परिदृश्य का अवलोकन:

  • फाइव आइज़ इंटेलिजेंस एलायंस: इसमें संयुक्त राज्य अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम, कनाडा, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया शामिल हैं।
  • भारत की खुफिया चुनौती: जैसे-जैसे भारत वैश्विक खुफिया परिदृश्य में अपनी भूमिका बढ़ा रहा है, उसे फाइव आइज़ (संयुक्त राज्य अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम, कनाडा, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया) के अनेक अभिसरणों और भिन्न हितों का सामना करना पड़ रहा है।

अभिसरण के क्षेत्र:

  • आतंकवाद-निरोध: भारत और फाइव आईज़ देशों के मध्य अभिसरण के क्षेत्रों में से एक आतंकवाद-निरोध है।
    • आतंकवादी गतिविधियों, नेटवर्क और संभावित खतरों के संबंध में खुफिया जानकारी साझा करना निवारक उपायों और संयुक्त अभियानों के लिए महत्त्वपूर्ण है।
    • भारत की भौगोलिक स्थिति और आतंकवाद के साथ ऐतिहासिक अनुभव इसे चरमपंथी संगठनों से निपटने के फाइव आईज़ के प्रयासों में एक महत्त्वपूर्ण भागीदार बनाते हैं।
  • साइबर सुरक्षा: तेजी से डिजिटल होती दुनिया में, साइबर सुरक्षा विश्व भर के देशों के लिए एक ज्वलंत समस्या के रूप में उभरी है।
    • भारत और फाइव आईज़ देश सूचना सुरक्षा के महत्त्व को पहचानते हैं और साइबर खतरे की खुफिया जानकारी साझा करने, तकनीकी प्रगति और संयुक्त अभ्यास पर सहयोग करते हैं।
    • भारत के बढ़ते आईटी क्षेत्र और साइबर सुरक्षा में विशेषज्ञता को देखते हुए, यह सहयोग साइबर खतरों से निपटने में फाइव आईज गठबंधन की क्षमताओं को बढ़ाएगा।
  • समुद्री सुरक्षा: विशाल समुद्र तट और रणनीतिक समुद्री हितों के साथ, भारत समुद्री सुरक्षा और संचार तथा समुद्री मार्गों की सुरक्षा के संबंध में फाइव आईज देशों के साथ आम चिंताओं को साझा करता है।
    • समुद्री क्षेत्र जागरूकता, नौसैनिक अभ्यास और समुद्री डकैती विरोधी अभियानों में सहयोग प्रमुख समुद्री मार्गों और समुद्री हितों की रक्षा करने की सामूहिक क्षमता को मजबूत करता है।

विचलन के क्षेत्र:

  • सामरिक स्वायत्तता: भारत अपने विदेश नीति के सिद्धांत के विविध स्तंभों में से एक रणनीतिक स्वायत्तता और गुटनिरपेक्षता पर अधिक जोर देती है, जिसकी वजह से सामान्यतः फाइव आइज़ गठबंधन के उद्देश्यों के साथ टकराव की स्थिति उत्पन्न हो जाती है।
    • जबकि भारत फाइव आईज़ के बाहर के देशों सहित सभी देशों के साथ मैत्रीपूर्ण संबंध बनाए रखना चाहता है, लेकिन इसका दृष्टिकोण कुछ भू-राजनीतिक मुद्दों पर गठबंधन के एकीकृत रुख से भिन्न होता है।
  • क्षेत्रीय गतिशीलता: अपने निकटतम पड़ोसी देशों में, विशेष रूप से चीन और पाकिस्तान जैसे देशों के साथ भारत के संबंध, फ़ाइव आइज़ गठबंधन के साथ हितों के मध्य टकराव को जन्म दे सकते हैं।
    • हालाँकि गठबंधन कथित प्रतिद्वंद्वियों पर काबू पाने को प्राथमिकता दे सकता है, लेकिन क्षेत्रीय कूटनीति के प्रति भारत के दृष्टिकोण में तनाव बढ़ाए बिना अपने हितों की रक्षा के लिए सूक्ष्म जुड़ाव और संतुलनकारी व्यवहार उत्पन्न कर सकता है।
  • डेटा गोपनीयता और संप्रभुता: डेटा गोपनीयता और डिजिटल संप्रभुता पर भारत का रुख फाइव आईज़ देशों द्वारा समर्थित नीतियों से भिन्न हो सकता है।
    • भारत के नियामक ढाँचे, जैसे- डेटा स्थानीयकरण कानून और विदेशी प्रौद्योगिकी कंपनियों पर प्रतिबंध, खुले डेटा प्रवाह और बाजार पहुँच के लिए गठबंधन के दबाव से टकराव की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।

टकराव से बचना:

  • सुरक्षा सहयोग में वृद्धि: भारत और फ़ाइव आइज़ गठबंधन दोनों टकराव से बचकर, आपसी हित के क्षेत्रों में सुरक्षा सहयोग बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं। 
    • उदाहरण : आतंकवाद विरोधी गतिविधियों, साइबर सुरक्षा एवं समुद्री सुरक्षा आदि।
    • टकराव विश्वास को कमजोर कर सकता है और सहयोग में बाधक बन सकता है, आम खतरों से निपटने के सामूहिक प्रयासों को कमजोर कर सकता है, जिससे विश्व की सुरक्षा  खतरे में पड़ सकती है।

निष्कर्ष:

निष्कर्षस्वरुप तेजी से जटिल होती जा रही वैश्विक स्थिति में सुरक्षा, स्थिरता और सहयोग को बढ़ावा देने के लिए भारत के लिये  फाइव आईज़ गठबंधन के साथ टकराव से बचने की आवश्यकता है। अभिसरण के क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित कर मतभेदों का आपसी समझौतों व रचनात्मक गतिविधियों के माध्यम से समाधान करके, वे आम चुनौतियों का बेहतर ढंग से समाधान कर सकते हैं और पारस्परिक लाभ के अवसरों का लाभ उठा सकते हैं।

प्रारंभिक परीक्षा पर आधारित प्रश्न :                                                                           

प्रश्न. “फाइव आइज़ सिक्योरिटी गठबंधन (FVEY)” के संदर्भ; में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:

  1. फाइव आइज़ एलायंस (FVEY) एक ख़ुफ़िया गठबंधन है जिसमें ऑस्ट्रेलिया, फ्रांस, न्यूज़ीलैंड, यूनाइटेड किंगडम और संयुक्त राज्य अमेरिका शामिल हैं।
  2. इस गठबंधन की उत्पत्ति प्रथम विश्व युद्ध के समय हुई, जब ब्रिटेन और अमेरिका ने जर्मन एवं जापानी खुफिया कोड को तोड़ने के बाद खुफिया जानकारी साझा करने का निर्णय लिया।

उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?

  1. केवल 1
  2. केवल 2
  3. 1 और 2 दोनों
  4. न तो 1, न ही 2

उत्तर:(d)

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