100% तक छात्रवृत्ति जीतें

रजिस्टर करें

प्रधानमंत्री की नामीबिया यात्रा और इसका भारत-अफ्रीका संबंधों के लिए महत्त्व

Lokesh Pal July 10, 2025 05:00 19 0

संदर्भ:

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की हाल की नामीबिया यात्रा, लगभग तीन दशकों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली यात्रा है।

विश्वास और मित्रता की ऐतिहासिक नींव

  • साझा औपनिवेशिक अनुभव: दोनों राष्ट्रों ने औपनिवेशिक शासन का अनुभव किया और उत्तर-औपनिवेशिक युग में एक सुदृढ़ संबंध विकसित किया।
    • उनकी साझेदारी उपनिवेशवाद-विरोध, संप्रभुता और आत्मनिर्णय के साझा मूल्यों पर आधारित है।
  • नामीबिया की मुक्ति के लिए समर्थन: भारत ने वैश्विक मंच पर नामीबिया की स्वतंत्रता का निरंतर समर्थन किया।
    • 1946 में ही संयुक्त राष्ट्र महासभा में यह मुद्दा उठाया गया।
    • दक्षिण पश्चिम अफ्रीका पीपुल्स ऑर्गनाइजेशन (SWAPO) को मजबूत समर्थन दिया गया, जिसने रंगभेदी दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मुक्ति संघर्ष का नेतृत्व किया।
  • राजनयिक और भौतिक सहायता: SWAPO का पहला विदेश दूतावास 1986 में नई दिल्ली में स्थापित किया गया था, जो भारत की प्रारंभिक मान्यता और प्रतिबद्धता को दर्शाता है। भारत ने प्रदान किया:
    • नामीबियाई लड़ाकों को भौतिक सहायता;
    • सैन्य प्रशिक्षण और रणनीतिक सहायता;
    • गुटनिरपेक्ष आंदोलन (NAM) के माध्यम से राजनीतिक और नैतिक समर्थन।
  • राजनीतिक जुड़ाव: नामीबिया के संस्थापक राष्ट्रपति और SWAPO नेता सैम नुजोमा ने 11 बार भारत का दौरा किया। उन्होंने नामीबिया की मुक्ति में भारत की “अत्यंत महत्त्वपूर्ण भूमिकाको स्वीकार किया।
  • स्वतंत्रता पश्चात संबंध: मार्च 1990 में नामीबिया की स्वतंत्रता के बाद, भारत ने अपने पर्यवेक्षक मिशन को उच्चायोग में उन्नत किया।
    • मार्च 1994 में नामीबिया ने नई दिल्ली में एक पूर्ण आवासीय मिशन खोला, जिससे द्विपक्षीय संबंध और गहरे हुए।
  • विगत उच्चस्तरीय यात्राओं ने इस स्थायी संबंध को उजागर किया है:
    • अगस्त 1998 में अटल बिहारी वाजपेयी ने नामीबिया का दौरा किया, जिसका उद्देश्य भारत के परमाणु परीक्षणों के संबंध में दक्षिण अफ्रीका की संभावित आलोचना के विरुद्ध नामीबिया से समर्थन प्राप्त करना था।
  • इस कूटनीतिक जुड़ाव ने आलोचना को बेअसर करने में मदद की तथा डरबन घोषणापत्र में अंततः वैश्विक परमाणु निरस्त्रीकरण का आह्वान किया गया, यह विचार सर्वप्रथम 1954 में जवाहरलाल नेहरू द्वारा प्रस्तावित किया गया था।
    • पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने 2016 में नामीबिया का दौरा किया, जिसमें उन्होंने दक्षिण-दक्षिण ढाँचे के भीतर एक मजबूत विकास साझेदारी के लिए भारत की प्रतिबद्धता दोहराई थी।

भारत के लिए नामीबिया का महत्त्व

  • संसाधन समृद्धि और ऊर्जा सुरक्षा: नामीबिया एक संसाधन संपन्न दक्षिणी अफ्रीकी राष्ट्र है
    • यह विश्व स्तर पर यूरेनियम का तीसरा सबसे बड़ा उत्पादक तथा लिथियम, जिंक और दुर्लभ पृथ्वी तत्त्वों का विश्व में सबसे बड़ा उत्पादक है।
    • ये महत्त्वपूर्ण खनिज भारत के रणनीतिक बुनियादी ढाँचे और स्वच्छ ऊर्जा उत्पादन लक्ष्यों के लिए महत्त्वपूर्ण हैं।
  • आर्थिक और वाणिज्यिक संबंध: भारत और नामीबिया के बीच द्विपक्षीय व्यापार अप्रैल और नवंबर 2023 के बीच $654 मिलियन तक पहुँच गया, जो 178% की वृद्धि को दर्शाता है।
    • नामीबिया को भारत का निर्यात $418 मिलियन, जबकि आयात $235 मिलियन था।
    • प्रमुख व्यापारिक वस्तुओं में खनिज तेल, दवा उत्पाद, मशीनरी और अनाज शामिल हैं।
    • भारत ने नामीबिया में भी लगभग $800 मिलियन का निवेश किया है, मुख्यतः जस्ता और हीरा प्रसंस्करण उद्योग जैसे महत्त्वपूर्ण क्षेत्रों में।
  • क्षमता निर्माण और विकास सहायता: भारत क्षमता निर्माण को प्राथमिकता देता है और इसका उद्देश्य अफ्रीकी देशों को आश्रित बनाने की बजाय भरोसेमंद सहयोगी बनाना है। इसे विभिन्न पहलों के माध्यम से कार्यान्वित किया जाता है:
    • भारतीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग (आईटीईसी) कार्यक्रम, भारत के विदेश मंत्रालय की एक प्रमुख पहल है, जो नामीबिया के रक्षा कर्मियों, राजनयिकों, सार्वजनिक स्वास्थ्य अधिकारियों और क्रिकेटरों को प्रशिक्षण प्रदान करता है, जिससे व्यक्तिगत सशक्तीकरण को बढ़ावा मिलता है।
    • भारत ने नामीबिया विश्वविद्यालय के ओंगवेडिवा परिसर में ‘भारत विंगकी स्थापना के लिए $12 मिलियन का अनुदान प्रदान किया है, जो भारत-नामीबिया संबंधों और भारत के वैश्विक उदय का अध्ययन करने हेतु समर्पित है।
    • भारत मानवीय सहायता में निरंतर अग्रणी भूमिका निभाता है
      • इसने मार्च 2021 में नामीबिया को कोविशील्ड कोविड-19 टीकों की 30,000 खुराकें प्रदान कीं और 2017 तथा 2019 में सूखा राहत के लिए चावल अनुदान स्वरूप दिया, जिससे प्राकृतिक आपदाओं के दौरान देश को सहायता मिली।
  • चीता कूटनीति: 2022 में प्रोजेक्ट चीता के तहत नामीबिया से भारत में चीतों का स्थानांतरण द्विपक्षीय सहयोग के एक अद्वितीय आयाम का उदाहरण है।
    • इसमें विश्व में पहली बार किसी प्रमुख मांसाहारी प्रजाति का अंतरमहाद्वीपीय स्थानांतरण शामिल था, जिसमें आठ चीतों को पहले ही नामीबिया से स्थानांतरित किया जा चुका है
  • बहुपक्षीय समर्थन: नामीबिया ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की स्थायी सदस्यता के लिए भारत की उम्मीदवारी को अपना पूर्ण समर्थन दिया है।
  • व्यापक रणनीति: नामीबिया के साथ भारत का संबंध अफ्रीकी महाद्वीप के लिए उसकी व्यापक रणनीति का हिस्सा है, जहाँ वह व्यापार, विकास, सुरक्षा और ऊर्जा सहयोग संबंधों को गहरा करना चाहता है।

भारत का विकास मॉडल बनाम चीन का दृष्टिकोण

  • भारत का दृष्टिकोण: भारत सहभागिता का एक विशिष्ट मॉडल अपनाता है, जो क्षमता निर्माण, स्थानीय स्वामित्व, साझेदारी और नैतिक कूटनीति के माध्यम से सद्भावना को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित करता है
    • यह दृष्टिकोण लोकतांत्रिक मूल्यों और मानवाधिकारों को बढ़ावा देता है, जिसका लक्ष्य दक्षिण-दक्षिण सहयोग का दीर्घकालिक, सतत, उत्तर औपनिवेशिक मॉडल है
    • भारत स्पष्ट रूप से कहता है, कि उसका निवेश अफ्रीकियों के लिए है, न कि केवल अफ्रीका के लिए ” तथा इसका लक्ष्य प्रत्येक व्यक्ति का कल्याण है।
  • चीन का दृष्टिकोण: अफ्रीका के साथ वृहद व्यापार होने के बावजूद (भारत के $100 बिलियन की तुलना में $200 बिलियन), चीन प्रायः ऋण बोझ और ऋण जाल नीतियों को अपनाता है, जिससे अफ्रीकी देशों की स्वायत्तता से समझौता होता है
    • नामीबिया की दो सर्वाधिक उत्पादक यूरेनियम खदानें पहले से ही चीनी कंपनियों के पास हैं, जो चीन द्वारा संसाधनों के दोहन का संकेत है।

भारत और नामीबिया द्विपक्षीय संबंध

  • निवेश: भारत अफ्रीका का चौथा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है और इस महाद्वीप के लिए 10वाँ सबसे बड़ा प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) स्रोत है।
    • भारत ने 43 अफ्रीकी संघ देशों में 206 बुनियादी ढाँचा परियोजनाओं को सफलतापूर्वक पूरा किया है तथा वर्तमान में 65 अन्य परियोजनाएँ क्रियान्वित हैं
    • 1996 से अब तक भारत ने अफ्रीका में अनुमानतः $76 बिलियन का निवेश किया है, तथा अनुमान है कि 2030 तक यह निवेश बढ़कर $150 बिलियन हो जाएगा।
    • अफ्रीकी महाद्वीपीय मुक्त व्यापार क्षेत्र (AFCFTA) भी भारत-अफ्रीका व्यापार का विस्तार कर रहा है, जिससे पूरे महाद्वीप में आर्थिक प्रगति, गरीबी में कमी और रोजगार के अवसरों को बढ़ावा मिल रहा है।
  • वैश्विक दक्षिण नेतृत्व: भारत वैश्विक दक्षिण के हितों की रक्षा में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
    • उदाहरण: G-20 की अध्यक्षता के दौरान भारत ने अफ्रीकी संघ (AU) के लिए स्थायी सदस्यता हासिल की, जो सामूहिक वैश्विक विकास के प्रति उसके नेतृत्व और प्रतिबद्धता का स्पष्ट प्रदर्शन है।
  • रक्षा और सुरक्षा सहयोग: अफ्रीका-भारत क्षेत्रीय प्रशिक्षण अभ्यास (एएफ-इंडेक्स), जिसमें नामीबियाई सैन्य कर्मी भाग लेते हैं, जिससे उनकी क्षमताओं का विस्तार होता है।
    • भारत -अफ्रीका रक्षा वार्ता (2022)।
    • सागर (हिंद महासागर क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास) पहल, क्षमता निर्माण और क्षेत्रीय सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित करती है।

निष्कर्ष

नामीबिया और अफ्रीकी महाद्वीप के साथ भारत के संबंध केवल सामरिक या आर्थिक नहीं हैं, ये गहरे भावनात्मक बंधन और एकजुटता पर आधारित हैं। यह व्यापक और मानवीय दृष्टिकोण भारत की दीर्घकालिक भागीदारी का मार्गदर्शन करता है, जिसका उद्देश्य स्वतंत्र विकास और पारस्परिक समृद्धि को बढ़ावा देना है तथा नामीबिया और अफ्रीका को भारत की वैश्विक विदेश नीति में महत्त्वपूर्ण भागीदार बनाना है।

मुख्य परीक्षा हेतु अभ्यास प्रश्न

“अफ्रीका के साथ भारत का जुड़ाव वैचारिक एकजुटता से रणनीतिक साझेदारी में विकसित हुआ है।” इस संदर्भ में, भारत के लिए नामीबिया के रणनीतिक महत्त्व का विश्लेषण कीजिए। अफ्रीका में भारत का दक्षिण-दक्षिण सहयोग मॉडल चीन के निवेश-संचालित दृष्टिकोण से किस प्रकार भिन्न है?

(15 अंक, 250 शब्द)

Final Result – CIVIL SERVICES EXAMINATION, 2023. PWOnlyIAS is NOW at three new locations Mukherjee Nagar ,Lucknow and Patna , Explore all centers Download UPSC Mains 2023 Question Papers PDF Free Initiative links -1) Download Prahaar 3.0 for Mains Current Affairs PDF both in English and Hindi 2) Daily Main Answer Writing , 3) Daily Current Affairs , Editorial Analysis and quiz , 4) PDF Downloads UPSC Prelims 2023 Trend Analysis cut-off and answer key

THE MOST
LEARNING PLATFORM

Learn From India's Best Faculty

      

Final Result – CIVIL SERVICES EXAMINATION, 2023. PWOnlyIAS is NOW at three new locations Mukherjee Nagar ,Lucknow and Patna , Explore all centers Download UPSC Mains 2023 Question Papers PDF Free Initiative links -1) Download Prahaar 3.0 for Mains Current Affairs PDF both in English and Hindi 2) Daily Main Answer Writing , 3) Daily Current Affairs , Editorial Analysis and quiz , 4) PDF Downloads UPSC Prelims 2023 Trend Analysis cut-off and answer key

<div class="new-fform">







    </div>

    Subscribe our Newsletter
    Sign up now for our exclusive newsletter and be the first to know about our latest Initiatives, Quality Content, and much more.
    *Promise! We won't spam you.
    Yes! I want to Subscribe.