Q. इस प्रस्ताव का आलोचनात्मक विश्लेषण कीजिए कि भारत को उद्यम दर्शन को सामाजिक सेवा के साथ संयोजित करने के लिए एक 'भारतीय उद्यम चार्टर' की आवश्यकता है। भारत की सभ्यतागत विरासत, जैसे कि 'वसुधैव कुटुम्बकम' का उपनिषदिक दर्शन, वर्तमान आर्थिक मॉडल में गहरी जड़ें जमाए बैठी असमानताओं और शासन संबंधी चुनौतियों का समाधान करने में किस प्रकार सहायक हो सकता है? (15 अंक, 250 शब्द)
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