Answer:
दृष्टिकोण:
- परिचय: भारत में सार्वजनिक स्वास्थ्य चुनौतियों के लिए अपशिष्ट जल निगरानी जैसे नवीन समाधानों के महत्व पर प्रकाश डालते हुए चर्चा का संदर्भ स्थापित करें।
- मुख्य भाग:
- सार्वजनिक स्वास्थ्य में अपशिष्ट जल निगरानी की क्षमता पर चर्चा करें।
- इस बात की चर्चा करें, कि भारत ऐसे नवीन दृष्टिकोणों को बढ़ावा देने और वैश्विक रोग शमन प्रयासों में योगदान देने के लिए अपने राजनीतिक समर्थन और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर उपस्थिति का लाभ कैसे उठा सकता है।
- प्रासंगिक उदाहरण अवश्य दीजिये।
- निष्कर्ष: भारत की सार्वजनिक स्वास्थ्य निगरानी को बढ़ाने में अपशिष्ट जल निगरानी के महत्व को दोहराते हुए चर्चा को सारांशित करें।
|
परिचय:
चूँकि भारत सार्वजनिक स्वास्थ्य चुनौतियों, विशेष रूप से संक्रामक रोगों से जूझ रहा है, अपशिष्ट जल निगरानी जैसे नवीन समाधान रोग का शीघ्र पता लगाने और शमन करने की अपार संभावनाएँ पैदा कर सकता है। ऐसे नवीन तरीकों का लाभ उठाकर, भारत न केवल अपनी स्वास्थ्य निगरानी को मजबूत कर सकता है, बल्कि रोगों का पता लगाने और नियंत्रण में वैश्विक प्रयासों में भी योगदान दे सकता है।
मुख्य भाग:
अपशिष्ट जल निगरानी की क्षमता
- अपशिष्ट जल–आधारित महामारी विज्ञान (WBE) में लोगों के स्वास्थ्य को मैप करने के लिए सामुदायिक अपशिष्ट जल में रोगजनकों और रासायनिक यौगिकों की निगरानी करना शामिल है।
- यह रोग प्रवृत्तियों की पहचान करने के लिए एक गैर–आक्रामक, लागत प्रभावी और वास्तविक समय दृष्टिकोण प्रदान करता है, खासकर उन समुदायों में जहां परीक्षण अपर्याप्त या दुर्गम हो सकता है।
- उदाहरण के लिए, COVID-19 महामारी के दौरान, नीदरलैंड और ऑस्ट्रेलिया सहित कई देशों ने नैदानिक मामलों के सामने आने से पहले ही SARS-CoV-2 की उपस्थिति का पता लगाने के लिए अपशिष्ट जल निगरानी को सफलतापूर्वक लागू किया।
- 3 अरब से अधिक आबादी वाले देश भारत में, WBE का व्यापक प्रभावो सकता है।
- हालाँकि, 2021 तक, केवल 37% आबादी के पास ही बेहतर स्वच्छता सुविधाएँ थी।
- इसलिए, WBE को प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए बुनियादी ढांचे में स्वच्छता सम्बन्धी निवेश एक जरुरी शर्त है, जो पुणे स्मार्ट सिटी मिशन द्वारा किया गया है और यह प्रभावशाली परिणाम भी दे रहा है।
राजनीतिक समर्थन और अंतर्राष्ट्रीय मंचों का लाभ उठाएं
- WBE जैसे नवीन दृष्टिकोण को अपनाकर, भारत रोग ट्रैकिंग और इसके शमन में वैश्विक प्रयासों को बढ़ावा देने के लिए अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
- उदाहरण के लिए, WHO, G20 और BRICS में भारत की भूमिका इसकी सफलताओं को साझा करने, वैश्विक सर्वोत्तम प्रथाओं से सीखने, WBE की वकालत करने और अंतर्राष्ट्रीय प्रयासों के समन्वय के लिए किया जा सकता है।
- वास्तव में, भारत, WHO के सदस्य के रूप में, पहले ही ‘रोगाणुरोधी प्रतिरोध पर वैश्विक कार्य योजना‘ का मसौदा तैयार करने में भाग ले चुका है, जो वैश्विक स्वास्थ्य नीतियों में योगदान करने की उसकी क्षमता को दर्शाता है।
भारत में स्वास्थ्य नवाचार के लिए राजनीतिक इच्छाशक्ति ‘आयुष्मान भारत‘ जैसे कार्यक्रमों और ‘स्वच्छ भारत अभियान‘ जैसे मिशनों में परिलक्षित होती है। इस राजनीतिक समर्थन का उपयोग WBE को अपनाने और संबंधित ढांचागत सुधारों को उत्प्रेरित कर सकता है।
निष्कर्ष:
अपशिष्ट जल निगरानी भारत में सार्वजनिक स्वास्थ्य–निगरानी को बढ़ाने का एक अभिनव अवसर प्रस्तुत करती है, जो बीमारी के रुझानों में वास्तविक समय और जनसंख्या संबंधी अंतर्दृष्टि प्रदान करती है। राजनीतिक समर्थन और अंतरराष्ट्रीय मंचों के रणनीतिक उपयोग के साथ, भारत ऐसे अत्याधुनिक दृष्टिकोणों का समर्थन कर सकता है, जो वैश्विक रोग ट्रैकिंग और शमन प्रयासों में महत्वपूर्ण योगदान दे सकता है। अपशिष्ट जल-निगरानी के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए एक मजबूत स्वच्छता पहल बुनियादी ढांचे की आवश्यकता होती है, जो सार्वजनिक स्वास्थ्य परिणामों और स्वच्छता मानकों को एक साथ सुधारने का दोहरा अवसर प्रदान करता है।
To get PDF version, Please click on "Print PDF" button.
Latest Comments