Q. भारत के औपचारिक क्षेत्र में बढ़ती ‘संविदाकरण’ प्रक्रिया लचीलेपन की बजाय एक गहरी संरचनात्मक कमजोरी को दर्शाती है। इस कथन के आलोक में, श्रम अधिकारों और दीर्घकालिक आर्थिक विकास पर संविदाकरण के प्रभाव का परीक्षण कीजिए। सार्थक औपचारिककरण को बढ़ावा देने के लिए नीतिगत सुधारों का सुझाव दीजिए। (15 अंक, 250 शब्द)
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