Q. भारत का स्वदेशी क्रायोजेनिक इंजन विकास तकनीकी आत्मनिर्भरता को दर्शाता है, लेकिन यह प्रौद्योगिकी हस्तांतरण में भू-राजनीतिक चुनौतियों को भी दर्शाता है। विश्लेषण कीजिए कि यह उपलब्धि भारत की अंतरिक्ष क्षमताओं, वैश्विक साझेदारी और रणनीतिक स्वायत्तता को कैसे प्रभावित करती है, साथ ही महत्त्वपूर्ण प्रौद्योगिकी विकास में अंतर्राष्ट्रीय सहयोग की भूमिका पर चर्चा कीजिए। (15 अंक, 250 शब्द)
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