प्रश्न की मुख्य माँग
- आदर्श युवा ग्राम सभा जमीनी स्तर पर लोकतंत्र को मजबूत करने में कैसे मदद करती है।
- यह नागरिक भागीदारी को कैसे मजबूत करता है?
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उत्तर
वर्ष 2025 में प्रारंभ किया गया ‘आदर्श युवा ग्राम सभा’ कार्यक्रम छात्रों को स्थानीय स्वशासन से परिचित कराने के उद्देश्य से बनाया गया है। इसमें अनुकरणात्मक ग्राम सभा सत्रों के माध्यम से छात्रों को प्रत्यक्ष शासन प्रक्रिया का अनुभव कराया जाता है। यह पहल सिद्धांत और व्यवहार के बीच की खाई को पाटते हुए नेतृत्व, भागीदारी और जवाबदेही के मूल्यों को युवाओं में विकसित करती है।
यह पहल जमीनी स्तर पर लोकतंत्र को कैसे सशक्त बनाती है
- स्थानीय स्तर पर लोकतांत्रिक जागरूकता का विस्तार: पंचायती राज प्रणाली से प्रारंभिक परिचय छात्रों में स्थानीय शासन के प्रति दीर्घकालिक प्रतिबद्धता और जागरूकता पैदा करता है।
- भावी स्थानीय नेताओं का निर्माण: इस पहल में भागीदारी से छात्रों में नेतृत्व, वार्तालाप और सहमति निर्माण जैसी क्षमताएँ विकसित होती हैं, जो भविष्य के पंचायत प्रतिनिधियों के लिए आवश्यक हैं।
- उदाहरण: छात्र सरपंच या वार्ड सदस्य की भूमिका निभाते हुए शासन की वास्तविक चुनौतियों का अनुभव करते हैं।
- शहरी–ग्रामीण शासन अंतर को कम करना: ग्रामीण और अर्द्ध-शहरी विद्यालयों को जोड़कर यह पहल स्थानीय संस्थाओं के प्रति सम्मान की भावना उत्पन्न करती है।
- उदाहरण: चरण–I में देश के 28 राज्यों के जवाहर नवोदय विद्यालय और एकलव्य विद्यालय शामिल हैं।
- जवाबदेही और पारदर्शिता के मूल्यों का समावेशन: छात्रों को स्थानीय बजटों के अध्ययन से वित्तीय जिम्मेदारी और सहभागी शासन का बोध होता है।
- उदाहरण: “मॉक बजट” की समीक्षा से लोकतांत्रिक जवाबदेही के सिद्धांतों का अभ्यास होता है।
- सहभागी लोकतंत्र का संस्थानीकरण: पाठ्यक्रम में ग्राम सभा गतिविधियों को शामिल करने से प्रारंभिक लोकतांत्रिक आदतें विकसित होती हैं। चरण–II में सभी राज्य संचालित विद्यालयों तक विस्तार किया जाएगा।
यह पहल भारत में नागरिक भागीदारी को कैसे सशक्त बनाती है
- छात्रों को सक्रिय नागरिकों में परिवर्तित करना: विचार–विमर्श, मतदान और सामूहिक निर्णय लेने का अभ्यास छात्रों में नागरिक उत्तरदायित्व और स्वामित्व की भावना जगाता है।
- लोकतंत्र को प्रेरणादायक बनाना: यह पहल नागरिक भागीदारी को सम्मानजनक और आकांक्षी कार्य के रूप में प्रस्तुत करती है, जिससे युवा शासन में नेतृत्व भूमिकाओं की ओर आकर्षित होते हैं।
- उदाहरण: पुरस्कारों और प्रमाणपत्रों के माध्यम से सहभागिता को प्रेरणा दी जाती है।
- समावेशिता और लैंगिक संवेदनशीलता को बढ़ावा देना: ग्राम सभा अनुकरण में सभी वर्गों, विशेषकर महिलाओं और हाशिए पर स्थित समुदायों की भागीदारी को प्रोत्साहन दिया जाता है, जिससे समावेशी लोकतांत्रिक मूल्य विकसित होते हैं।
- जागरूक और उत्तरदायी नागरिकता का विकास: स्थानीय मुद्दों जैसे शिक्षा या स्वास्थ्य पर चर्चा करते हुए छात्र लोकलुभावनवाद और वास्तविक शासन आवश्यकताओं में अंतर करना सीखते हैं।
- लोकतांत्रिक मूल्यों को सुदृढ़ करना: प्रारंभिक अवस्था में नागरिक भागीदारी से ऐसे नागरिक विकसित होते हैं, जो शासन को केवल सरकार का कार्य नहीं, बल्कि सामूहिक दायित्व के रूप में देखते हैं।
- उदाहरण: “मॉडल ग्राम सभा” से जुड़े छात्र वयस्क होने पर वास्तविक ग्राम सभाओं और चुनावों में सक्रिय भाग लेते हैं।
निष्कर्ष
आदर्श युवा ग्राम सभा विद्यालयों को सहभागी लोकतंत्र के प्रशिक्षण केंद्रों में परिवर्तित करती है। यह पहल युवाओं में नागरिक गर्व, उत्तरदायित्व और संवेदनशीलता की भावना विकसित करती है। इस प्रकार यह भारत के लोकतांत्रिक ताने-बाने को मजबूत करती है।
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