Q. हाल के महीनों में, पाकिस्तान और बांग्लादेश ने वर्षों के तनाव के बाद संबंधों को सामान्य बनाने का प्रयास किया है। इस मधुरता के पीछे के कारकों और भारत के लिए इससे उत्पन्न रणनीतिक चिंताओं पर चर्चा कीजिए। (10 अंक, 150 शब्द)

प्रश्न की मुख्य माँग

  • पाकिस्तान और बांग्लादेश के बीच संबंधों में हाल ही में हुए सुधार के पीछे के कारकों पर चर्चा कीजिए।
  • भारत के लिए इससे उत्पन्न रणनीतिक चिंताओं का उल्लेख कीजिए।

उत्तर

वर्ष 2025 में, पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने 13 वर्षों बाद ढाका का दौरा किया, जिससे मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार के बीच कूटनीतिक संबंधों में एक नए सिरे से परिवर्तन का संकेत मिला है। पूर्व बांग्लादेशी प्रधानमंत्री के अपदस्थ होने के बाद यह बदलाव सामने आया है और इसमें चीन ने त्रिपक्षीय वार्ताओं, वीजा सुविधा पुनः आरंभ करने, प्रत्यक्ष उड़ानों तथा व्यापार चर्चाओं के माध्यम से भूमिका निभाई है, जबकि वर्तमान द्विपक्षीय व्यापार 1 बिलियन डॉलर से कम है।

इस बदलाव के पीछे के कारक

  • बांग्लादेश में राजनीतिक संक्रमण: अगस्त 2024 में पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के पद से हटने के बाद नेतृत्व परिवर्तन ने ढाका को पाकिस्तान के साथ संबंधों को पुनः परिभाषित करने का अवसर दिया।
    • उदाहरण के लिए: अगस्त 2024 में पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के पद से हटने के बाद नेतृत्व परिवर्तन ने ढाका को पाकिस्तान के साथ संबंधों को पुनः परिभाषित करने का अवसर दिया।
  • चीनी मध्यस्थता: चीन ने वर्ष 2024 में कुनमिंग त्रिपक्षीय तंत्र के माध्यम से दोनों देशों के बीच संवाद को बढ़ावा देकर विश्वास बहाली की दिशा में मध्यस्थ की भूमिका निभाई।
    • उदाहरण के लिए: चीन द्वारा वर्ष 2024 में दोनों देशों के अधिकारियों के साथ कुनमिंग त्रिपक्षीय तंत्र की बैठक आयोजित की गई।
  • राजनयिक संबंधों की बहाली: वर्षों की शत्रुता के बाद दोनों पक्षों ने कूटनीतिक संवाद बहाल करने पर सहमति जताई।
    • उदाहरण के लिए: राजनयिकों के लिए वीजा सुविधा बहाल करने और वर्ष 2025 तक सीधी उड़ानों की संभावना तलाशने के समझौते।
  • आर्थिक हित: व्यापार और शैक्षिक संबंधों को बढ़ावा देने के प्रयासों से संबंधों को मजबूत करने में मदद मिली। 
    • उदाहरण के लिए: बांग्लादेशी छात्रों के लिए छात्रवृत्ति और आपसी व्यापार को 1 अरब डॉलर से अधिक करने पर चर्चा की गई है।
  • साझा क्षेत्रीय एजेंडा: दोनों देशों ने पारस्परिक लाभ के लिए क्षेत्रीय सहयोग मंचों को पुनर्स्थापित करने पर बल दिया गया।
    • उदाहरण: बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख ने वर्ष 2025 में पाकिस्तान के विदेश मंत्री के साथ वार्ता के दौरान सार्क प्रक्रिया को सशक्त करने का आह्वान किया।

भारत के लिए रणनीतिक चिंताएँ

  • घटता सामरिक क्षेत्र: पाकिस्तान अपना प्रभाव बढ़ाने के लिए भारत-बांग्लादेश तनाव का लाभ उठाना चाहता है। 
    • उदाहरण के लिए: वर्ष 2024 में शेख हसीना विरोधी प्रदर्शनों के दौरान पाकिस्तानी राजनयिकों द्वारा जमात-ए-इस्लामी को समर्थन देने की खबरें सामने आई थीं।
  • चीन की बढ़ती पैठ: तनाव कम करने में मध्यस्थता में चीन की भागीदारी से दक्षिण एशिया में उसकी स्थिति और अधिक मजबूत हो गई है। उदाहरण के लिए: कुनमिंग त्रिपक्षीय तंत्र का चीन की बेल्ट एंड रोड प्राथमिकताओं के अनुरूप है।
  • भारत-बांग्लादेश संबंधों का कमजोर होना: उच्च स्तरीय यात्राओं की कमी से भारत की कूटनीतिक पकड़ को खतरा है।
  • सुरक्षा निहितार्थ: पाकिस्तान और बांग्लादेश के बीच संभावित खुफिया और सैन्य संबंध भारत की सुरक्षा के लिए खतरा हैं।
  • सार्क और क्षेत्रीय संतुलन पर प्रभाव: पाकिस्तान इन संबंधों का प्रयोग सार्क को अपने पक्ष में ढालने के लिए कर सकता है। इससे भारत की क्षेत्रीय नेतृत्व क्षमता को चुनौती मिल सकती है और सार्क का एजेंडा भारत-विरोधी दिशा में जा सकता है।
  • बांग्लादेश में राजनीतिक विविधीकरण: भारत को उभरते राजनीतिक दलों और नेतृत्व के साथ संबंधों को संतुलित करने की चुनौती का सामना करना पड़ रहा है।

निष्कर्ष

राजनीतिक परिवर्तनों और चीनी मध्यस्थता से प्रभावित होकर हो रहे पाकिस्तान-बांग्लादेश संबंधों में सुधार, भारत के सामरिक प्रभाव, सुरक्षा और क्षेत्रीय संतुलन के लिए चिंता का विषय हैं। भारत को इसका सामना करने के लिए बांग्लादेश में व्यापक राजनीतिक पहुँच बनानी होगी, मजबूत आर्थिक और संपर्क परियोजनाएँ आगे बढ़ानी होंगी, BIMSTEC जैसे क्षेत्रीय मंचों का सक्रिय रूप से उपयोग करना होगा, सांस्कृतिक व शैक्षणिक रिश्तों को गहराई देनी होगी और सुरक्षा सहयोग को सुदृढ़ करना होगा।

To get PDF version, Please click on "Print PDF" button.

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Need help preparing for UPSC or State PSCs?

Connect with our experts to get free counselling & start preparing

Aiming for UPSC?

Download Our App

      
Quick Revise Now !
AVAILABLE FOR DOWNLOAD SOON
UDAAN PRELIMS WALLAH
Comprehensive coverage with a concise format
Integration of PYQ within the booklet
Designed as per recent trends of Prelims questions
हिंदी में भी उपलब्ध
Quick Revise Now !
UDAAN PRELIMS WALLAH
Comprehensive coverage with a concise format
Integration of PYQ within the booklet
Designed as per recent trends of Prelims questions
हिंदी में भी उपलब्ध

<div class="new-fform">






    </div>

    Subscribe our Newsletter
    Sign up now for our exclusive newsletter and be the first to know about our latest Initiatives, Quality Content, and much more.
    *Promise! We won't spam you.
    Yes! I want to Subscribe.