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Lokesh Pal September 06, 2024 05:30 121 0
बढ़ते सरकारी निवेश के बाद भी भारत का अनुसंधान एवं विकास व्यय अन्य देशों की तुलना में निम्न है। जैसा कि हाल ही में वित्त मंत्री ने कहा कि निजी क्षेत्र को अपने अनुसंधान एवं विकास व्यय को बढ़ाने की आवश्यकता है। अमेरिका जैसे विकसित देशों में, निजी क्षेत्र सरकारी योगदान की तुलना में इस क्षेत्र को वित्तपोषित करने में अधिक सक्रिय भूमिका निभाता है, यह प्रवृत्ति भारत की वर्तमान स्थिति के विपरीत है।
स्पष्ट है कि अनुसंधान एवं विकास क्षेत्र में निवेश केवल प्रति व्यक्ति आय से ही प्रभावित नहीं होता है, बल्कि आर्थिक संरचना और प्रतिस्पर्द्धा के संपर्क के संयोजन से भी प्रभावित होता है। वास्तव में इस क्षेत्र में सरकारी निवेश में वृद्धि हुई है और यह एक महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है, फिर भी निजी क्षेत्र के निवेश को बढ़ाने के लिए अधिक प्रतिस्पर्द्धी वातावरण बनाने एवं संरचनात्मक और सांस्कृतिक बाधाओं को दूर करने की आवश्यकता होगी। वैश्विक प्रतिस्पर्द्धा के संपर्क में वृद्धि और अधिक मजबूत प्रोत्साहन इस क्षेत्र में निजी क्षेत्र के उच्च निवेश को बढ़ावा दे सकते हैं, जो अंततः भारत की दीर्घकालिक आर्थिक संवृद्धि तथा नवाचार में सहायक होगा।
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