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52वां विजय दिवस (52nd Vijay Diwas)

Samsul Ansari December 18, 2023 05:21 159 0

नोट: प्रस्तुत लेख The Indian Express में प्रकाशित लेख “‘Sacrifice forever etched in our hearts’: PM Modi, leaders across parties pay tributes on Vijay Diwas” पर आधारित है | 

सन्दर्भ:

  • हाल ही में, 52वें विजय दिवस के अवसर पर सभी राजनीतिक दलों के नेताओं ने वर्ष 1971 के युद्ध में लड़ने वाले सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
  • 16 दिसंबर,1971 को लगभग 93,000 पाकिस्तानी सैनिकों ने भारतीय सेना और मुक्ति वाहिनी की संयुक्त सेना के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। इस युद्ध के परिणामस्वरूप बांग्लादेश अस्तित्व में आया।

प्रारंभिक परीक्षा: शिमला समझौता और 1971 का युद्ध।

मुख्य परीक्षा: भारत-बांग्लादेश संबंध।

ऐतिहासिक पृष्ठभूमि:

  • स्वतंत्रता के दौर में: 1947 में जब भारत को पूर्वी पाकिस्तान (बाद में बांग्लादेश) तथा पश्चिमी पाकिस्तान दो भागों में विभाजित किया गया।
  • तत्कालीन पूर्वी पाकिस्तान के समक्ष चुनौतियाँ: सूखे और अकाल के समय, पश्चिमी पाकिस्तान द्वारा कोई बचाव अभियान नहीं चलाया गया और न ही किसी भी प्रकार का कोई राहत कार्य ही चलाया गया ।
    • जूट उत्पादन से उत्पन्न राजस्व का उपयोग हथियार खरीदने के लिए किया जाता था।
    • काफी संघर्ष के बाद बंगाली भाषा को एक आधिकारिक भाषा के रूप में मान्यता दी गई।
    • उनका कोई राजनीतिक प्रतिनिधित्व नहीं था और शासक हमेशा पश्चिमी पाकिस्तान से होते थे।

 पाकिस्तान में चुनाव और लड़ाई की शुरुआत:

  • चुनावों का आयोजन: याह्या खान द्वारा, स्वतंत्रता के 23 वर्षों बाद पाकिस्तान में पहला आम चुनाव होना था, जबकि भारत पहले ही 5 चुनावों से गुजर चुका था।
  • चुनावों का मुख्य उद्देश्य: पूर्वी पाकिस्तान के लोगों की आकांक्षाओं को संबोधित करना और लोकतांत्रिक सिद्धांत के आधार पर पुनः संविधान का निर्माण करना।
  • चुनावों का परिणाम: पूर्वी पाकिस्तान में शेख मुजीबुर रहमान ने चुनाव जीता और उन्हें 169 सीटों में से 167 सीटें मिलीं तथा पश्चिमी पाकिस्तान में जुल्फिकार अली भुट्टो ने 144 में से 88 सीटें जीतीं।
    • याह्या खान को संदेह हुआ कि रहमान और भुट्टो के मध्य कोई परेशानी चल रही है, उन्होंने दोनों को गिरफ्तार कर लिया और रहमान को पश्चिमी पाकिस्तान के किसी गुप्त स्थान पर भेज दिया।
  • गृहयुद्ध की शुरुआत: इन घटनाओं से पूर्वी पाकिस्तान में दंगे शुरू हो गये। निर्वासित सरकार की स्थापना की गई और एक अस्थायी सरकार बनाई गई।
  • पाकिस्तानी सेना द्वारा ऑपरेशन सर्चलाइट: यह तत्कालीन पूर्वी पाकिस्तान में बंगाली राष्ट्रवादी आंदोलन को रोकने के लिए पाकिस्तानी सेना द्वारा चलाया गया एक योजनाबद्ध सैन्य अभियान था।

 युद्ध में भारत का प्रवेश:

  • शरणार्थियों का प्रवेश और बोझ: 10 लाख से अधिक शरणार्थियों ने भारत में प्रवेश किया और भारत में शरणार्थियों का बोझ बढ़ता गया। 
  • रिसर्च एंड एनालिसिस विंग की रिपोर्ट: पाकिस्तान बड़ी मात्रा में हथियार एकत्र कर रहा था और यह भी संदेह था कि पाकिस्तान पुनः1965 में जम्मू-कश्मीर जैसा विद्रोह शुरू कर सकता है।
  • भारत की भूमिका: पूर्वी पाकिस्तान में एक आंतरिक संगठन मुक्ति वाहिनी थी जो पाकिस्तानी सेना का विरोध कर रही थी। 
    • भारत ने इस संगठन को हथियार और प्रशिक्षण देना शुरू किया। शुरुआत में, बीएसएफ ने उन्हें प्रशिक्षण दिया और बाद में सैन्य रणनीति सीखने के लिए सेना द्वारा नियंत्रित किया गया।
  • यूएसएसआर से समर्थन: पाकिस्तान के पहले से ही अमेरिका और चीन के साथ अच्छे संबंध थे तथा भारत को एक अच्छे मित्र की आवश्यकता थी। 
    • 1971 में यूएसएसआर और भारत के मध्य मैत्री संधि पर हस्ताक्षर किए गए, जिसके तहत बिना किसी सीमा या शर्त के हथियार खरीदे गए।
  • युद्ध की शुरुआत: पाकिस्तान ने पूर्वी सीमा पर गोलाबारी शुरू कर दी। भारतीय सेना ने भी शरणार्थियों को बचाने के लिए कवर फायरिंग शुरू कर दी, जो बाद में व्यापक युद्ध में बदल गई।
    • जम्मू-कश्मीर के पश्चिमी मोर्चे से लेकर पूर्वी मोर्चे तक पाकिस्तान ने युद्ध छेड़ दिया, भारत ने दोनों मोर्चों से जवाबी कार्रवाई की।
    • भारत, बांग्लादेश की मुक्ति के लिए पूर्वी पाकिस्तान की सीमा तक पहुँच गया।

शिमला समझौता : 

  • 1972 का शिमला समझौता ही नहीं बल्कि यह वर्ष 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध का परिणाम था।
  • प्रमुख सिद्धांत: 
    • युद्ध से संबंधित मुद्दों को शांतिपूर्ण ढंग से हल करने के लिए प्रत्यक्ष द्विपक्षीय दृष्टिकोण अपनाने की प्रतिबद्धता जताई।
    • लोगों से लोगों के मध्य संपर्क सथापित करने पर विशेष ध्यान।
    • दोनों देशों को जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा का उल्लंघन न करने के उपाय करने थे जो भारत और पाकिस्तान के मध्य शांति बनाए रखने में मदद करता है।
  • उद्देश्य:
    • मैत्रीपूर्ण एवं सौहार्दपूर्ण संबंधों को बढ़ावा देना ।
    • राज्य में शांति और कल्याण की स्थापना।
    • एक दूसरे की राजनीतिक स्वतंत्रता, संप्रभुता, अखंडता और एकता को बनाए रखना ।
    • एक-दूसरे के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप नहीं करना ।
    • शत्रुतापूर्ण प्रचार से बचना ।
    • संघर्ष और टकराव की स्थितियों को ख़त्म करना।

युद्ध और उसके निहितार्थ:

  • अनंतिम सरकार पहले ही स्थापित हो चुकी थी और इसका नेतृत्व सैयद नजरूल इस्लाम ने किया था।
  • भारतीय सेना ने 90,000 पाकिस्तानी सैनिकों को आत्मसमर्पण करने के लिए मजबूर किया, (इतिहास में पहली बार) और एक नया देश बना, जिसका नाम बांग्लादेश रखा गया।
  • शिमला समझौते पर हस्ताक्षर: इंदिरा गांधी और जुल्फिकार अली भुट्टो ने समझौते पर हस्ताक्षर किये और ताशकंद में किये गये वादों को दोहराया। 
    • यह प्रावधान भी किया गया कि भारत और पाकिस्तान के मामले में किसी तीसरे पक्ष की दखलंदाजी की कोई भूमिका नहीं होगी।

भारत की जीत के कारक:

  • मुक्ति वाहिनी की सैन्य श्रेष्ठता एवं सहयोग।
  • ख़ुफ़िया एजेंसी (R&AW) की भूमिका और उसकी रिपोर्ट।
  • इंदिरा गाँधी का सशक्त नेतृत्व।
  • उस समय अमेरिका के राष्ट्रपति रिचर्ड निक्सन ने इंदिरा गांधी पर युद्ध रोकने के लिए दबाव बनाने की कोशिश की, लेकिन इंदिरा गाँधी ने उनकी बात नहीं मानी और बाद में भारत ने युद्ध जीत लिया।

1971 के युद्ध के परिणाम:

  • इंदिरा गाँधी सशक्त नेता के रूप में उभरीं।
  • भारत के धर्मनिरपेक्षता के मॉडल को महत्व मिला।
  • पीड़ित पड़ोसी को न्याय दिलाने के लिए समस्त भारत में एकता और भाईचारा
  • हालाँकि,आर्थिक स्थिति पर बोझ भी पड़ा।

प्रारंभिक परीक्षा पर आधारित प्रश्न: 

Q)  बंगलादेश के संस्थापक के रूप में निम्नलिखित में से किसे जाना जाता है?

      1.   राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी।

      2.   बंगलादेश के पूर्व प्रधानमंत्री शेख मुजीबुर रहमान।

      निचे दी गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर का चुनाव कीजिए।

      (a)  केवल 1 

      (b)  केवल 2 

      (c)  1 और 2 दोनों 

      (d)  न तो 1 और न ही 2 

उत्तर : (b) 

 

मुख्य परीक्षा पर आधारित प्रश्न : पिछले कुछ दशकों से भारत और बांग्लादेश के मध्य संबंधों में मजबूती देखि जा सकती है| भारत और बंगलादेश के मध्य संबंधों को बेहतर स्तर तक ले जाने के लिए कौन- से प्रमुख कदम उठाए जाने की आवश्यकता है तथा इस क्षेत्र में व्याप्त प्रमुख चुनौतियाँ कौन-कौन सी हैं ? टिप्पणी कीजिए।

News Source: The Indian Express

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