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Lokesh Pal December 04, 2024 05:15 31 0
शैक्षणिक उपलब्धियों के अवसर पर पश्चिमी संस्कृति के प्रतीक ग्रेजुएशन कैप और गाउन को धारण करने के संबंध में होने वाली बहस के तहत अनेक सवाल उठाये गए हैं। जिसमे सबसे अधिक बल इस पर दिया गया है कि ऐसे महत्वपूर्ण आयोजनों पर परंपरा से समृद्ध देश भारत द्वारा विदेशी पोशाकें ही धारण क्यों की जाती रही हैं ?
भारत में स्नातक समारोहों के लिए पारंपरिक पोशाक को पुनः अपनाने संबंधी दृष्टिकोण, एक फैशन स्टेटमेंट से कहीं अधिक मायने रखता है । यह देश की विविधतापूर्ण सांस्कृतिक विरासत के साथ फिर से जुड़ने और उपनिवेशवाद के लंबे समय से चले आ रहे प्रभावों को चुनौती देने का एक अवसर भी प्रदान करता है।
मुख्य परीक्षा पर आधारित प्रश्न:प्रश्न : “भारत में शिक्षा के उपनिवेशीकरण को पाठ्यक्रम सुधारों से आगे भी बढ़ना चाहिए।” भारतीय शैक्षणिक संस्थानों में औपचारिक पोशाकों जैसी प्रतीकात्मक प्रथाओं के संबंध में इस कथन का आलोचनात्मक विश्लेषण करें। (10 अंक, 150 शब्द) |
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