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उत्तर:
दृष्टिकोण:
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भूमिका:
यह सच है कि सभी सिविल सेवकों को उनके आचरण को नियंत्रित करने के लिए समान नियम और विनियम प्रदान किए जाते हैं। हालाँकि, सिविल सेवकों का प्रदर्शन, उनकी मानसिकता और इन नियमों और विनियमों के प्रति दृष्टिकोण के आधार पर काफी भिन्न हो सकता है।
मुख्य विषयवस्तु:
उदाहरण के लिए, समाज कल्याण के क्षेत्र में काम करने वाला एक सकारात्मक सोच वाला अधिकारी नियमों और विनियमों को ऐसा माध्यम मान सकता हैं , जो उसे किसी ऐसे परिवार को अतिरिक्त सहायता प्रदान करने की अनुमति देता है जिसे उसकी सख्त जरूरत है, भले ही वह नियमों में स्पष्ट रूप से उल्लिखित हो या न हो।
ऐसे अधिकारी अपने विवेक का इस्तेमाल कर उन लोगों के जीवन में महत्वपूर्ण बदलाव ला सकते हैं, जिनकी वे सेवा करते हैं और वंचित समुदाय के लिए सकारात्मक परिणाम प्राप्त कर सकते हैं।
उदाहरण के लिए, सार्वजनिक सुरक्षा के क्षेत्र में काम करने वाले एक नकारात्मक सोच वाला अधिकारी नियमों और विनियमों को स्वयं के और एक समुदाय के बीच संबंध स्थापित करने में बाधा के रूप में ले सकते हैं।
इसके परिणाम स्वरूप समुदाय के साथ संवाद करने और विश्वास स्थापित करने के लिए अपने विवेक का उपयोग करने के बजाय, ये अधिकारी नियमों को दोष देने लगेंगे और फिर समुदाय से दूरी बना लेंगे।
निष्कर्ष:
सिविल सेवकों को अपने काम के प्रति सकारात्मक मानसिकता और दृष्टिकोण अपनाने के लिए प्रोत्साहित करना आवश्यक है, ताकि वे अपने विवेक का उपयोग इस तरह से कर सकें जिससे वे ,जिस समुदाय की सेवा करना चाहते हैं उसे लाभ पहुंच सके। ऐसा करके, हम यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि सिविल सेवक सकारात्मक परिणाम प्राप्त करने में सक्षम होंगे और जिन लोगों की वे सेवा करना चाहते हैं उनके जीवन में कुछ सार्थक बदलाव ला सकते हैं।
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